हर सेक्टर में बिकी हैं संपत्तियां
हर सेक्टर में कारोबार हुआ है। कृषि भूमि, फ्लैट, मकान, प्लॉट, डुप्लेक्स की बिक्री हुई है। शहर के आसपास जो नई कॉलोनियां विकसित हुई हैं, उनमें पंजीयन अधिक हुए हैं। व्यवसायिक संपत्तियों के भी बड़ी संख्या में दस्तावेज पंजीकृत हुए हैं। इस साल के त्योहारी सीजन आने वाले हैं, त्योहारी सीजन में अधिक पंजीयन होने की संभावना है।नवरात्रि में पंजीयन अधिक रहे
वैसे नवरात्रि में संपत्ति खरीदना लोग शुभ मानते हैं। नवरात्रि में भी पंजीयन होने की संभावना जताई थी। अप्रेल में पूरे महीने शुभ मुहूर्त व नवरात्रि भी थी, इसके चलते रजिस्ट्री अधिक हुई। बैंक फाइनेंस की वजह से लोग अपनी पसंद का घर खरीद सके।मई में किसानों की फसल बिकती है। इस कारण किसानों के पास पैसा आता है। कृषि भूमि के साथ अन्य संपत्तियों का विक्रय बढऩे की संभावना है।
पिछले दस साल में पंजीकृत हुए दस्तावेज
वित्त वर्ष —– दस्तावेज —– राजस्व2014 —– 32493 —– 246.41
2015 —– 36899 —– 232.92
2016 —– 29888 —– 243.00
2017 —– 36616 —– 326.46
2018 —– 38415 —– 352.04
2019 —– 40702 —– 366.39
2020 —– 50610 —– 406.39
2021 —– 60610 —– 532.97
2022 —– 65862 —– 592.83
2023 —– 71905 —– 715.00
(राजस्व का आंकड़ा करोड़ में है)
अप्रेल में बढ़ी संख्या में पंजीयन हुए
वित्त वर्ष 2023-24 में 710 करोड़ का टारगेट मिला था, उसकी जगह 718 करोड़ का राजस्व आया है। अप्रेल में भी बड़ी संख्या में दस्तावेज पंजीकृत हुए हैं। मई में भी संख्या बढ़ने के आसार हैं।दिनेश गौतम, वरिष्ठ जिला पंजीयक