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SC-ST एक्ट का विरोध: काले झण्डों से बचने के लिए सांसद सिंधिया ने पकड़ा पीछे का रास्ता, फिर भी हो गई मुलाकात

SC-ST एक्ट का विरोध: काले झण्डों से बचने के लिए सांसद सिंधिया ने पकड़ा पीछे का रास्ता, फिर भी हो गई मुलाकात

ग्वालियरSep 22, 2018 / 03:08 pm

Gaurav Sen

mp congress jyotiraditya scindia

SC-ST एक्ट का विरोध: काले झण्डों से बचने के लिए सांसद सिंधिया ने पकड़ा पीछे का रास्ता, फिर भी हो गई मुलाकात

शिवपुरी। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार की दोपहर जब शिवपुरी आए तो करणी सेना के काले झंडों से बचने के फेर में वे नाक-कान जांच शिविर के शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचने की बजाय बॉम्बे कोठी पहुंचे। जहां सपाक्स के कार्यकर्ताओं ने बिना झंडों के नारेबाजी करके व तख्तियां दिखाकर घेराव किया। बॉम्बे कोठी पर सिंधिया ने सपाक्स कार्यकर्ताओं से चर्चा की और फिर अगले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कम्युनिटी हॉल में आ गए। कार्यक्रम से जैसे ही वे बाहर निकले तो करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष व दो-तीन कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झंडे छीनने का न केवल प्रयास किया, बल्कि एक कांग्रेस नेता ने तो करणी सेना के प्रदेश संयोजक में चांटा मार दिया। मारपीट के विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ता शिकायत करने कोतवाली पहुंच गए।

शुक्रवार की दोपहर 12.30 बजे सांसद सिंधिया को ग्वालियर बायपास पर स्थित लश्करी बगीचा में नाक-कान जांच शिविर का शुभारंभ करने आना था। करणी सेना के कार्यकर्ता बायपास से पूर्व एक होटल पर इक_े हो गए। यह सूचना पुलिस को मिल गई तो होटल के आसपास लगभग दो दर्जन पुलिस जवान वहां पहुंच गए। जैसे ही सांसद सिंधिया का वाहन आया तो कांग्रेस कार्यकर्ता वाहन पर चारों तरफ से चढ़ गए और इस तरह घेर लिया कि सिंधिया किसी को नजर न आएं। कांग्रेसियों में इतनी घबराहट थी कि ट्रक के सामने से उल्टी साइड से निकालकर ले गए। सिंधिया शिविर में जाने की बजाय सरकुलर रोड से होते हुए छत्री रोड और फिर बाजाघर से होकर बॉम्बे कोठी पहुंच गए। सिंधिया के साथ कांग्रेस नेताओं के वाहनों का काफिला भी साथ चल रहा था।

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यह बोले सिंधिया
सांसद सिंधिया ने सपाक्स कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान कहा कि शिवपुरी ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में किसी भी व्यक्ति के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। जब उनसे पूछा कि आप एट्रोसिटी एक्ट संशोधन के खिलाफ हैं या नहीं?, तो सिंधिया ने सीधा जवाब न देते हुए कहा कि एक्ट में संशोधन मोदी सरकार ने किया। हमें संसद में बोलने ही नहीं दिया जाता। जब उनसे पूछा कि आपकी सरकार आएगी तो क्या इस संशोधन में बदलाव होगा, तो सिंधिया बोले कि पहले सरकार तो बनवाओ। यह कहकर वे आगे के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए।

सपाक्स ने दिखाईं तख्तियां, लगाए नारे
सांसद सिंधिया जब बॉम्बे कोठी पहुंचे तो वहां पर पूर्व से मौजूद सपाक्स के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे न दिखाकर सिर्फ तख्तियां दिखाईं और नारे लगाए। स्थिति यह बनी कि सपाक्स कार्यकर्ताओं के बीच कांग्रेस कार्यकर्ता भी घुस गए तो फिर सिंधिया ने बॉम्बे कोठी के बरामदे में कोना पकड़ लिया। बाद में उन्होंने सपाक्स कार्यकर्ताओं से चर्चा की।

कम्युनिटी हॉल के बाहर निकलते ही सिंधिया को दिखाए काले झंडे
बॉम्बे कोठी से सांसद सिंधिया का काफिला गांधी पार्क स्थित कम्यूनिटी हॉल पहुंचा, जहां महिला सम्मेलन के कार्यक्रम में सिंधिया शामिल हुए। कार्यक्रम खत्म होते ही सांसद सिंधिया जैसे ही बाहर निकलकर वाहन में सवार हुए तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच में से करणी सेना के प्रदेश संयोजक अतुल सिंह व दो-तीन कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और काले झंडे दिखाए। एकाएक काले झंडे निकलने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झंडे छीनने का प्रयास किया तो एक झंडा सिंधिया के वाहन में ही गिर गया। काले झंडे दिखाकर करणी सेना के कार्यकर्ता वहां से भीड़ में ही खो गए। लेकिन इसी बीच करणी सेना के प्रदेश संयोजक अतुल सिंह में कांग्रेस नेता अजयराज शर्मा ने चांटा मार दिया। यह आरोप अतुल सिंह ने लगाते हुए कोतवाली जाकर शिकायत करने का प्रयास किया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ।

मैनेज हुआ सपाक्स!
सांसद सिंधिया का दौरा कार्यक्रम आते ही सपाक्स ने जिस अंदाज में विरोध करने का दंभ भरा था, वो शुक्रवार को नजर नहीं आया। चर्चा तो यह है कि सपाक्स पहले ही मैनेज हो गया, क्योंकि सपाक्स में कांग्रेस के कुछ युवा नेता भी शामिल हैं। यही वजह है कि सिंधिया रूट बदलकर बॉम्बे कोठी पहुंचे और सपाक्स के कार्यकर्ताओं से चर्चा कर वे बिना रुके अगले कार्यक्रम में निकल गए। साथ ही जब सपाक्स के जिलाध्यक्ष आरएन सिंह से पूछा कि आप लोग विधायकों के घर तो काले झंडे लेकर पहुंचे, लेकिन यहां झंडे क्यों नहीं लाए?, तो इसका वे ठीक से जवाब नहीं दे पाए।

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