एएसपी क्राइम पंकज पांडेय ने बताया कि पुलिस द्वारा हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है, जिस पर कोई भी व्यक्ति अपराधी और अपराध से संबंधित सूचना दे सकता है। इसी नंबर पर किसी ने फोन करके बताया कि डीबी मॉल बस स्टैंड के पास चार संदिग्ध व्यक्ति खड़े हुए हैं। ऐसा लग रहा है उनके पास नशे का सामान भी है। खबर मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही संदिग्ध व्यक्तियों ने दौड़ लगा दी, लेकिन पुलिस ने पीछा कर उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में तस्कर मैनपुरी (यूपी) निवासी राहुल उर्फ मोनू राजपूत, प्रयांशु सक्सेना और मिहोना (भिंड) निवासी कासिम उर्फ बॉबी खान, रहीस खान निकले। यूपी के दोनों तस्कर लोडिंग जीप में थे, जबकि इनके दो साथी बाइक पर सवार थे। तलाशी में स्मैक बरामद हुई। तस्कर पकडऩे में प्रधान आरक्षक राजीव सोलंकी आरक्षक धर्मेन्द्र तोमर, गौरव, मनोज, रोहित, अशोक भदौरिया, राजेश गुर्जर और महिला आरक्षक शिखा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इटावा से आगे और सरगना तक नहीं पहुंच पाती पुलिस
जब भी तस्कर पकड़े जाते हैं पुलिस दावा करती है स्मैक इटावा और उरई से आ रही है, लेकिन मुख्य सरगना तक आज तक नहीं पहुंच पाती। इटावा से आगे पुलिस की जांच नहीं बढ़ पाती। इस बार भी जब पूछा गया कि इटावा से किससे स्मैक लाता था। पुलिस पूछताछ के नाम पर टाल गई।
हेल्पलाइन नंबर से कई बार पकड़े तस्कर
हेल्पलाइन नंबर 7049110100 पर लोगों ने फोन करके कई बार तस्कर पकड़वाए। 7 जनवरी को जावेद खान, 27 जनवरी को सोनू, 4 फरवरी को सिकंदर और 17 अप्रेल को गौरव राजपूत हेल्पलाइन पर आई सूचना से पकड़े गए।