कई माह पूर्व मौसमी बीमारियों से संबंधित साधारण बैठक में जिला कलक्टर ने टाउन-जंक्शन मार्ग व लाल चौक तक दोनों तरफ वाहन सड़क किनारे होने पर नगर परिषद अधिकारियों को सर्वे कराने का निर्देश दिया था। इसके तहत नगर परिषद की ओर से भवनों का सर्वे किया जा रहा है। टाउन में सहायक अभियंता बंता सिंह, कनिष्ठ अभियंता विनोद पचार, सहायक नगर नियोजक सुनील कुमार, मेट जीवन सिंह की ओर से सर्वे किया जा रहा है। जंक्शन में सहायक अभियंता वेद गोदारा, कनिष्ठ अभियंता प्रेमदास, धीरज कुमार व मेट नरेश कुमार की ओर से भवनों का सर्वे किया जा रहा है। टाउन में अभी तक पीरखाना तक सर्वे हो पाया है और जंक्शन में अभी तक टीम की ओर से राजीव चौक तक सर्वे किया गया है।
15 मीटर की ऊंचाई में बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर इसके ऊपर दो मंजिला इमारत होती है। हनुमानगढ़ में जिस बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर के ऊपर तीन मङ्क्षजला इमारत हो और ऊंचाई 15 मीटर से अधिक हो, इस इमारत को हाइ रिस्क की श्रेणी में लिया जाता है। इन इमारतों के निर्माण करने से पूर्व डीएलबी से अनुमति लेनी आवश्यक है। शहर में सर्वे किया जाए तो दो से तीन भवन के मालिकों ने ही विशेष प्रकार की स्वीकृति ले रखी है। जबकि हनुमानगढ़ में गत दो से तीन वर्षों से नियमों को ताक में रख 15 मीटर से भी ऊंची इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। इन इमारतों में आग बुझाने के इस्तेमाल में आने वाले एबीसी सिलेंडर, हाइड्रेंट तक नहीं है। एहतिहात के तौर पर इन इमारतों में अंदर व बाहर दो सीढिय़ां होनी चाहिए। अन्यथा बाहर की तरह सीढ़ी होना अनिवाय है ताकि आग की घटना के दौरान नागरिक बाहर की सीढ़ी से निकल सकें। इन सीढिय़ों को आपातकालीन द्वार भी कहा जा सकता है। इसके अलावा इन भवनों में तीन इंच पाइप का राइजर सिस्टम भी होना चाहिए। टाउन व जंक्शन के करीब 42 भवन संचालकों को नगर परिषद की ओर से नोटिस भी दिया गया था।