राजस्थान पत्रिका के दो फरवरी 2024 के अंक में ‘बार-बार टूट रही केएसपी नहर, अफसर नहीं दे रहे ध्यान’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया। इसमें किसानों को नहर टूटने से हो रही परेशानी का जिक्र किया गया। इसके बाद जिला कलक्टर कानाराम ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर समस्या निस्तारण का निर्देश दिया। इसकी रिपोर्ट भी विभाग से मांगी। इस तरह अब विभागीय टीम ने मौका निरीक्षण करके राहत कार्य शुरू करवा दी है। इससे भविष्य में किसानोंं को राहत मिलने के आसार हैं।
जल संसाधन विभाग के अफसरों का कहना है कि नहर में कटाव आने का प्रमुख कारण जानवरों के बड़े-बड़े बिल का होना है। पटड़े के आसपास बड़े बिल होने के कारण से केएसपी नहर के आरडी 23.228 के पास करीब 45 फुट में नहर में दरार आ गई थी। इस कारण से नहर में पानी का प्रवाह बंद किया गया था। बाद में कटाव को बंद करके जब पानी प्रवाहित किया गया था तो फिर से नहर में रिसाव आ गया था। इस वजह से किसानों के खेतों में जल भराव की स्थिति बन गई थी।