थरेजा परिवार के सदस्यों ने बताया कि राजस्थान पत्रिका हर वर्ग के पाठकों की पसंद का ख्याल रखता है। महिलाओं के लिए बुधवार के अंक में सारी सामग्री पठनीय होती है। इसके अलावा रविवार को यूथ के लिए काफी उपयोगी सामग्री का समावेश रहता है। जगदीश थरेजा ने बताया कि सामाजिक सरोकार के मुद्दे प्रमुखता से प्रकाशित करने के कारण ही चालीस वर्षों से पत्रिका के साथ पाठकों का रिश्ता बना हुआ है, जो दिनोंदिन गहरा होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि पत्रिका के सामने कोई और अखबार मन को भाता ही नहीं है।
टाउन निवासी जगदीश थरेजा ने बताया कि कुछ दिन पहले बाइक चोरी होने के बाद पोते को इसकी कमी खल रही थी। थरेजा ने बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद वैसे भी बाइक मेरे ज्यादा काम नहीं आएगी। लेकिन पोते की मुराद जरूर पूरी हुई है। दादा-पोते के चेहरे की चमक बता रही थी कि ईनाम में बाइक निकलने पर वह कितने खुश हैं। बकौल जगदीश, पत्रिका के ईनामी ऑफर में बाइक निकलने से पूरा परिवार खुश है। लेकिन सबसे ज्यादा खुशी मुझे और मेरे पोते को है।