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हरदा

स्कूल भवनों की बदलेगी सूरत, यह है कारण

19 में से 11 हायर सेकेंडरी स्कूल भवनों को बनाने मिली राशि

हरदाApr 16, 2018 / 03:54 pm

sandeep nayak

mp govermeant school latest news

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हरदा। सरकार द्वारा हाल ही में स्वीकृत किए गए जिले के 19 में से 4 हायर सेकंडरी स्कूल पुराने भवन तोड़कर बनाए जाएंगे। बाकी गांवों में नए स्थानों पर भवन बनाए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग पीआईयू (परियोजना क्रियान्वयन इकाई) के साथ इन स्कूलों के लिए जमीन चिह्नित कर ली है। इसकी सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। शासन द्वारा अभी केवल 11 भवनों के निर्माण के लिए राशि दी गईहै।है। आठ को बाद में स्वीकृति मिलेगी। इधर, नौ हाईस्कूल भवनों में से दो ही पूर्णहो पाए हैं। बाकी के भवनों का काम अधूरा पड़ा है।ऐसी स्थिति में स्कूलों इस साल भी गांवों के बच्चों को नए स्कूल भवन का लाभ नहीं मिल पाएगा। उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के तहत जिले में 19 हायर सेकंडरी स्कूलों के भवन निर्माण को मंजूरी दी है। इनमें से 18 भवन एक-एक करोड़ रुपए की लागत से बनेंगे। खिरकिया ब्लाक के मोरगढ़ी के स्कूल भवन की लागत पौने दो करोड़ रुपए तय की गई है। जगह के अनुसार भवन निर्माण के दो डिजाइन रहेंगे। इनमें ग्राउंड फ्लोर के साथ ही प्रथम तल का निर्माण होगा। नए भवन में 8 कमरे, 1 कम्प्यूटर लैब तथा 1 प्राचार्य कक्ष बनाया जाएगा।
सौ साल पुराने भवन तोड़े जाएंगे
दोनों विभाग के संयुक्त सर्वे में सामने आया कि चार स्थानों पर पुराने भवन तोड़कर नए बनाना ही उचित होगा। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के एपीसी ओएस महाजन ने बताया कि रहटगांव, मांदला, चारखेड़ा व सिराली के स्कूल भवन सौ साल से भी अधिक पुराने हैं। इनमें से कई स्थानों पर विभाग द्वारा कक्षों का निर्माण पहले ही कराया जा चुका है। इन गांवों में दूसरे स्थानों पर भवन बनाने के लिए भूमि चिह्नित की जाती तो कक्षाएं संचालित करने में दिक्कत होती। छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता। यहां पुराने भवनों को तोड़कर नए भवन बनाए जाएंगे।

दो जगहों पर हाईटेंशन लाइन का खतरा
शिक्षा विभाग और पीआईयू के सर्वे में सामने आया कि नयापुरा में स्कूल के लिए चिह्नित जगह पर हाईटेंशन लाइन का खतरा रहेगा। प्राचार्य से लाइन व ट्रांसफार्मर हटाने के लिए चार लाख रुपए खर्च आने की संभावना जताई है। स्कूल के आसपास व्याप्त अतिक्रमण को भी हटाना पड़ेगा। वहीं हंडिया के हाईस्कूल भवन के सामने मैदान पर भी हाईटेंशन लाइन होने की बात सामने आई है। बारंगा में स्कूल के लिए चिह्नित भूमि पर अतिक्रमण कर दो मकान बनाए जाने की बात सामने आई है। इन्हें हटाने के बाद ही भवन निर्माण संभव होगा।
अधूरे पड़े हाईस्कूलों के भवन
शासन द्वारा वर्ष २०१५-१६ में जिले के नौ गांवों में 9 शासकीय हाईस्कूलों का निर्माण कराया जा रहा है। सात स्कूलों का निर्माण एक-एक करोड़ से हो रहा है जबकि दो की लागत प्रति भवन ८६.1 लाख रखी गईहै। एक करोड़ वाले शासकीय हाईस्कूल कायदा और चंद्रखाल का भवन हैंडओवर हो गया है।वहीं सुंदरपानी फिनिशिंग स्तर पर, जटपुरामाल छत स्तर पर, रातातलाई प्लिंथ स्तर पर, बिछौला भूमि सीमांकन व लेआउट, रामटेक रैयत भूमि आवंटित व पंजीयन प्रक्रियाधीन है।वहीं ८६.1 लाख से बनने वाले धौलपुरकला के लिए भूमि का चयन-आवंटन प्रक्रियाधीन, कचनार प्लिंथ स्तर पर है।
यहां बनेंगे हायर सेकंडरी स्कूल भवन
नयापुरा हंडिया
अबगांवकला खेड़ा
सोनतलाई मगरधा
चारखेड़ा करताना
छीपानेर बिच्छापुर
सोडलपुर रहटगांव (बालक)
टिमरनी मांदला
(कन्या)
बारंगा मोरगढ़ी
सिराली (बालक) सिराली (कन्या)
पीपल्या
राशि मिल गई है
&19 में से 11 शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भवन निर्माण के लिए राशि मिल गई है। इनके निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। नौ शासकीय हाईस्कूलों में से दो ही कम्पलीट हुए हैं, जो हैंडओवर हो चुके हैं। सात भवनों का काम चल रहा है। ठेकेदार को समय-सीमा में काम करने के लिए कहा गया है।
व्हीके नरवरिया, जिला परियोजना समन्वयक, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, हरदा
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