Read it – दलित बोले, ये तो सिर्फ शुरुआत है, अब भी नहीं जागी सरकार तो होगा बड़ा आंदोलन
दरअसल पूरे भारत वर्ष में दलित संगठनों की भारत बन्द की मांग पर हाथरस की लाइन्स ऑफ अम्बेडकर संस्था के बैनर तले जिलेभर के दलितों को एकत्र कर नगर पालिका परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन के बाद हजारों की संख्या में आन्दोलन में शामिल दलितों ने शहर की ज्यादातर गलियों से जुलूस निकाल हंगामा किया। उसके बाद मथुरा कासगंज रेलवे लाइन पर जा रही पैंसेजर ट्रेन को रोक लिया। रेलवे ट्रैक पर दलित युवाओं ने कब्जा कर लिया और उस पर झंडा भी लगाया। इस बीच पुलिस ने जब उन्हें रोकना चाहा तो युवाओं ने पुलिस के साथ हाथापाई कर डाली। लिहाजा दलित युवाओं को ट्रैक से हटाने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा।
दरअसल पूरे भारत वर्ष में दलित संगठनों की भारत बन्द की मांग पर हाथरस की लाइन्स ऑफ अम्बेडकर संस्था के बैनर तले जिलेभर के दलितों को एकत्र कर नगर पालिका परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन के बाद हजारों की संख्या में आन्दोलन में शामिल दलितों ने शहर की ज्यादातर गलियों से जुलूस निकाल हंगामा किया। उसके बाद मथुरा कासगंज रेलवे लाइन पर जा रही पैंसेजर ट्रेन को रोक लिया। रेलवे ट्रैक पर दलित युवाओं ने कब्जा कर लिया और उस पर झंडा भी लगाया। इस बीच पुलिस ने जब उन्हें रोकना चाहा तो युवाओं ने पुलिस के साथ हाथापाई कर डाली। लिहाजा दलित युवाओं को ट्रैक से हटाने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा।
हालांकि घटना स्थल पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार का कहना है कि आन्दोलनकारियों द्वारा ट्रेन को नहीं रोका गया है। किसी के द्वारा चेनपुलिंग की गयी थी जिसकी जांच की जा रही ही है । यदि रेलवे इस घटना को ट्रेन रूकना बताती है तो सभी आन्दोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी।