माना जा रहा है कि 29 और 30 दिसंबर को एटीएम में रूपये डाले गये थे। तीस दिसंबर के दिन ही एटीएम की विद्युत लाइन काट दी गई। इसके बाद इलाके में मौजूद रेस्टोरेंट में 31 दिसंबर को नए साल का जश्न मनाया गया। करीब साढ़े आठ बजे जश्न मनाने वाले सभी लोग चले गये। एटीएम का भी शटर गिरा दिया गया। इसी दौरान अज्ञात चोरों ने घटना को अंजाम दिया होगा।
घटना की जानकारी मंगलायतन कर्मचारियों और एटीएम में रूपये डालने वाली कंपनी एसआईपीएल अधिकारियों को भी दो जनवरी को हुई। लेकिन उन्होंने इस बारे में पुलिस को सूचना नहीं दी। पुलिस को घटना की जानकारी बुधवार की दोपहर को हुई, जब एटीएम इंचार्ज सुनील कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी नगला लच्छी एवं अन्य कर्मचारियों ने एटीएम की खाली जगह के फोटो व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजे। फोटो देखकर पुलिस विभाग में हडकंप मच गया।
एएसपी, क्षेत्राधिकारी हाथरस और क्षेत्राधिकारी सादाबाद मौके पर पहुंच गए। इसके बाद डॉग स्क्वायड तथा फॉरेंसिक टीम को बुलाकर चोरों को तलाश किया गया, मगर घटना को अधिक समय हो जाने के कारण डॉग स्क्वायड इसमें विफल रहा। नाराज एएसपी ने घटना को लेकर कोतवाल सहित दरोगा मंगलायतन कर्मचारियों और एसआईपीएल एजेंसी के कर्मचारियों व ब्रांच मैनेजर आदि को लापरवाही बरतने के लिए फटकार लगाई। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।