स्वास्थ्य समस्याओं में वृद्धि का कारण Water vs. Sugary Drinks: Which is Better for Your Health?
वैश्विक स्तर पर, चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) का सेवन तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियों के पीछे चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) का अत्यधिक सेवन एक मुख्य कारण है।
पानी से कैसे सुधरता है स्वास्थ्य Benefits of drinking water
वर्जीनिया टेक, अमेरिका के शोधकर्ताओं ने उन देशों के स्वस्थ पेय दिशानिर्देशों का अध्ययन किया, जिन्होंने 2000 से 2023 के बीच चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) पर कर कानून लागू किया था। अध्ययन में पाया गया कि राष्ट्रीय खाद्य दिशानिर्देशों में पानी को प्राथमिकता देकर चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) के स्थान पर स्वस्थ पेय पदार्थों (Water) की सिफारिश की जा रही है।
सरकार की भूमिका और रणनीतियाँ
सरकारें इस अध्ययन से प्राप्त जानकारी का उपयोग करके अच्छी जलयोजन (हाइड्रेशन) के लिए सिफारिशों का मूल्यांकन कर सकती हैं और चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) के सेवन को हतोत्साहित कर सकती हैं। इसके लिए संदेश की तर्कसंगतता, क्रियाशीलता, विशिष्टता और दृश्य सामग्री को सुधारने की आवश्यकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मार्गदर्शन का प्रभाव
2023 में, 93 देशों में से लगभग 58 देशों ने चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) पर कर लगाने का प्रयास किया। इसमें से 48 देशों के पास ऐसे दिशानिर्देश थे जो पानी के सेवन को बढ़ावा देते हैं और चीनी युक्त पेय पदार्थों को हतोत्साहित करते हैं। शोधकर्ताओं ने 0 से 12 के पैमाने पर देशों को स्वस्थ जलयोजन के लिए उनकी सिफारिशों के आधार पर रैंक दिया।
अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष
इस अध्ययन में अमेरिका को मध्यम स्कोर 7 प्राप्त हुआ, जबकि बोलिविया, पेरू, और ब्रुनेई ने सबसे उच्च स्कोर प्राप्त किए। प्रमुख शोधकर्ता निकोल लेरी ने कहा, “यह समझना महत्वपूर्ण है कि कैसे चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) पर कर लगाने की नीति राष्ट्रीय खाद्य-आधारित दिशानिर्देशों के साथ मेल खाती है जो दूध और अन्य स्वस्थ पेय पदार्थों को बढ़ावा देते हैं।” चीनी युक्त पेय पदार्थों (Sugary Drink) के स्थान पर पानी का चुनाव न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह स्वास्थ्य संबंधी नीतियों के साथ भी तालमेल बिठाता है। लोगों को पानी को एक स्वस्थ पेय के रूप में अपनाना चाहिए और चीनी युक्त पेय पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए ताकि वे लंबी और स्वस्थ जीवन जी सकें।