
Cow and buffalo Milk
Cow and buffalo Milk : दूध स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें कैल्शियम के साथ-साथ आयरन, पोटेशियम और विटामिन डी भी मौजूद होते हैं। कई लोग गाय का दूध पसंद करते हैं, जबकि अन्य भैंस का दूध पीना अधिक पसंद करते हैं। दोनों प्रकार (Cow and buffalo Milk) के दूध पौष्टिक होते हैं, लेकिन उनकी पौष्टिकता में कुछ भिन्नताएँ होती हैं। उम्र के अनुसार, किसी भी प्रकार का दूध सेवन किया जा सकता है।
गाय का दूध शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह भैंस के दूध (Cow and buffalo Milk) की तुलना में पतला और पचाने में आसान होता है। इसमें प्रोटीन, अमिनो एसिड, विटामिन बी12 और पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है, जिससे यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए उपयुक्त है।
दूसरी ओर, भैंस का दूध भी पौष्टिक है, लेकिन यह गाय के दूध की तुलना में गाढ़ा, मलाईदार और हल्का पीले रंग का होता है। इसमें फैट, जिंक, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन बी2 और विटामिन सी भी मौजूद होते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी में सुधार होता है और डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है। इस दूध में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए गाय का दूध अधिक उपयुक्त है, जबकि वयस्क भैंस का दूध भी ले सकते हैं क्योंकि इसमें फैट की मात्रा अधिक होती है।
ब्रेन के लिए फायदेमंद
दूध का सेवन करने से मस्तिष्क की क्षमता में वृद्धि होती है और याददाश्त में सुधार होता है। दूध (Cow and buffalo Milk) में पाए जाने वाले विटामिन बी और बी 12 न केवल याददाश्त को बेहतर बनाते हैं, बल्कि मस्तिष्क के विकास में भी मदद करते हैं। बच्चों को दूध पिलाने से उनके मस्तिष्क की वृद्धि के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
दूध में पाए जाने वाले कैल्शियम और पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को घटाते हैं। नियमित रूप से दूध का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद
दूध (Cow and buffalo Milk) में कैल्शियम, विटामिन डी, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की प्रचुरता होती है। इसका नियमित सेवन ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। रोजाना दूध पीने से शरीर को मजबूती मिलती है और विकास भी सही तरीके से होता है।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
06 Nov 2024 03:18 pm
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