हालांकि एन 95 मास्क औद्योगिक उपयोग के लिए डिज़ाइन किए गए थे लेकिन महामारी में इनकी उपयोगिता को देखते हुए हाल ही व्यवसायिक उपयोग संबंधी कानून में परिवर्तन कर एन 95 मास्क को रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के लिए भी स्वीकृत कर दिए गए हैं। यह मास्क कम से कम 95 फीसदी हवा में मौजूद कणों को फिल्टर करते हैं। अमरीकी स्वास्थ्य विभाग एफडीए ने कहा कि उनकी कसौटियों पर भी यह मास्क वैज्ञानिक परीक्षणों पर खरा उतरा है। एफडीए का कहना है कि यह मास्क श्वसन रोग विशेषज्ञ, स्वास्थ्य देखभाल, रोगजनक जैविक हवाई कणों के संपर्क में आने से रोकने में प्रभावी हैं।
जो मास्क वे अभी तक 85 सेंट में मिल रहा था कोरोना वायरस के महामारी बनने के बाद 7 डॉलर का बिक रहा है। रोमन ने कहा कि मास्क की कालाबाजारी रोकने और कीमतों में वृद्धि न होने देने के लिए वे अब खरीदने वाली कंपनियों से 1000 मास्क का ही अनुबंध कर रहे हैं। ३एम कंपनी यूरोप, एशिया और लैटिन अमेरिका में भी मास्क बनाती है। कंपनी के सीईओ रोमन ने कहा कि वे अभी विशेष रूप से कोरोना वायरस को केन्द्र में रखकर मास्क तैयार कर रहे हैं।