Mumps Virus : खतरनाक तरीके से फैल रही है मम्प्स की बीमारी, कैसे करें बचाव
Mumps Virus : राजस्थान में मंप्स वायरस के प्रकोप की वार्षिक गर्मी के साथ एक बार फिर से सामना हो रहा है। इस वायरस के फैलाव के कारण, प्रदेश के कई जिलों में लोगों के बीमार होने की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इस माहौल में, लोगों के बीच खौफ और चिंता का माहौल बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग भी इस चुनौतीपूर्ण स्थिति के लिए अलर्ट है और जांच की गति को तेज कर दिया गया है।
Mumps Virus : मंप्स के फैलने के कारण, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मेडिकल टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस समय, उदयपुर, प्रतापगढ़ और अन्य कई जिलों में मंप्स मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मंगलवार को राजस्थान के उदयपुर जिले में 22 नए मंप्स मरीजों की रिपोर्ट आई है, जिसमें 12 बच्चे शामिल हैं। यह स्थिति वायरस के फैलाव की चिंता बढ़ाती है और सामाजिक चिंताओं को भी उत्पन्न करती है।
इस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में, सामाजिक दूरी बनाए रखना, स्वच्छता का ध्यान रखना, और समय पर टीकाकरण का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोगों को सतर्क रहने और अपने स्वास्थ्य की देखभाल में सख्ती बरतने की सलाह दी जा रही है।
Mumps Virus : मम्प्स एक वायरल इन्फेक्शन है जो मम्प्स वायरस (Mumps virus) के कारण होता है। यह एक खतरनाक स्वरूप की सामान्य बीमारी है जो अक्सर बच्चों और युवाओं में पायी जाती है। मम्प्स वायरस का प्राथमिक लक्षण गले की सूजन, बुखार और गालों के नीचे दर्द होता है। यह संक्रमण आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के खाँसने या छींकने से हवा में उत्पन्न होता है। यह बूंदबूंदी एयरोसोल के रूप में छोटी ड्रॉपलेट्स के माध्यम से फैलता है, जो अन्य व्यक्ति की सांस लेते वक्त या संक्रमित वस्तुओं के संपर्क में आते हैं।
मम्प्स के लक्षण सामान्यतः सीमित समय के भीतर प्रकट होते हैं, जो 14 से 18 दिन के बाद संक्रमण के बाद आते हैं। इसके अधिकांश मामलों में, लक्षण मामूली होते हैं और स्वतः ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में, मम्प्स गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि मेनिन्जाइटिस (अंग्रेज़ी में Meningitis) और एन्सेफालाइटिस (अंग्रेज़ी में Encephalitis)।
Mumps Virus के एक और गंभीर परिणाम हो सकते हैं जिसे ऑर्काइटिस (अंग्रेज़ी में Orchitis) कहा जाता है। यह एक पुरुषों में होने वाला लक्षण है जिसमें एक या दोनों वृषण (अंग्रेज़ी में Testicles) में सूजन और दर्द होता है। यह लक्षण बच्चों के लिए संक्रमण गंभीर होने के बाद या 12 से 16 वर्ष की उम्र में आमतौर पर देखा जाता है। अगर ऑर्काइटिस किसी के दोनों वृषणों को प्रभावित करता है, तो इससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है।
बच्चों को जन्म के बाद 13 से 14 महीने की आयु में विभिन्न टीकाकरण दिए जाते हैं, जिसमें मम्प्स का टीका (MMR vaccine) भी शामिल होता है। यह टीकाकरण मम्प्स संक्रमण को रोकने में मदद करता है।
इस संक्रमण को रोकने के लिए हमें अपने आपको स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए कुछ सावधानियां अपनानी चाहिए। साफ-सफाई अपनाना, छींकने या खासतौर पर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना, और टीकाकरण का समय पर समर्थन करना इस संक
Mumps के शुरूआती लक्षण मंप्स एक संक्रामक बीमारी है जो काफी तेजी से फैलती है और इसके कुछ लक्षण गंभीर हो सकते हैं। इस बीमारी के फैलने के कारण, राजस्थान के कई हिस्सों में मंप्स के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
मंप्स के लक्षणों में गले में सूजन और दर्द के साथ शारीरिक कमजोरी का महसूस होना शामिल है। इसके अलावा, कान के नीचे और गले के बीच फुंसी के समान बढ़ने वाला बड़ा हिस्सा भी मंप्स की पहचान हो सकता है।
प्रभावित मरीजों को नरम आहार देना और डॉक्टरों के निर्देशानुसार उपचार शुरू करना चाहिए। इसके अलावा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी अधिकतर मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिससे चिकित्सा विभाग को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
मंप्स संक्रमण के लक्षण 16 से 18 दिनों में दिखने लगते हैं, जिसमें सूजन, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सरदर्द, और भूख में कमी शामिल हो सकती है। इस समस्या का सही समय पर परामर्श और उपचार करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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