इस जन औषधि केन्द्र के खुलने के बाद से यहां पर सभी प्रकार की दवाईयां नहीं रखी जा रही थीं। शुरुआती समय में दर्द, बुखार, एनर्जी पाउडर, डायपर सहित कुछ अन्य दवाएं थीं, जबकि सामान्य मेडिकल पर सभी दवाएं रहती हैं। लोगों का कहना है कि यदि यहां पर सभी प्रकार की जैनरिक दवाईयां मिलती, तो शहर के लोग भी यहां पर दवा खरीदने के लिए आते, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। लोगों को सस्ती दवा उपलब्ध कराने की रेलवे की योजना फेल होती नजर आ रही है, जबकि इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री ने किया था।