scriptलंबे समय प्रदूषित हवा में रहने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा | Patrika News
स्वास्थ्य

लंबे समय प्रदूषित हवा में रहने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा

नई दिल्ली. बालों से 30 गुना पतले पीएम 2.5 पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) के साथ प्रदूषित हवा में लंबे समय तक रहने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है। मेडिकल जर्नल लैंसेट के नए शोध के मुताबिक टाइप 2 मधुमेह के 20 फीसदी मामले पीएम 2.5 प्रदूषकों के लगातार संपर्क से जुड़े हैं। तेल, […]

नई दिल्लीApr 30, 2024 / 12:24 am

ANUJ SHARMA

diabetes

नई दिल्ली. बालों से 30 गुना पतले पीएम 2.5 पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) के साथ प्रदूषित हवा में लंबे समय तक रहने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है। मेडिकल जर्नल लैंसेट के नए शोध के मुताबिक टाइप 2 मधुमेह के 20 फीसदी मामले पीएम 2.5 प्रदूषकों के लगातार संपर्क से जुड़े हैं। तेल, डीजल, बायोमास और गैसोलीन जलाने से ये सूक्ष्म प्रदूषक उत्सर्जित होते हैं।शोध रिपोर्ट के मुताबिक पीएम 2.5 को किलर प्रदूषक कहा जाता है। यह शहरी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का प्रमुख घटक है। कुछ समय के लिए भी पीएम 2.5 के संपर्क में आने से व्यक्ति का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम ट्रिगर होता है। इससे इंसुलिन प्रतिरोध का खतरा बढ़ जाता है, जो दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ाता है। शोध में पाया गया कि पीएम 2.5 प्रदूषकों के मासिक संपर्क में रहने से खून में शुगर के स्तर में वृद्धि होती है। लंबे समय तक (करीब एक साल) इनके संपर्क में रहने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा 20 फीसदी तक बढ़ सकता है।
पिछड़े-गरीब पुरुषों में खतरा ज्यादा

शोध में बताया गया कि वायु प्रदूषण और मधुमेह के बीच संबंध निम्न सामाजिक-आर्थिक समूहों के पुरुषों में ज्यादा है। दुनिया में 53.7 करोड़ लोग टाइप 2 मधुमेह से पीडि़त हैं। इनमें से आधे लोग इससे अनजान हैं कि वे इस बीमारी से पीडि़त हैं। भारत में 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 7.7 करोड़ लोग मधुमेह (टाइप 2) से पीडि़त हैं और करीब 2.5 करोड़ को भविष्य में मधुमेह होने का खतरा है।
सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले देश

स्विस संगठन आइक्यू एयर की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के मुताबिक औसत सालाना पीएम 2.5 की सांद्रता 54.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के साथ भारत 2023 में बांग्लादेश (79.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) और पाकिस्तान (73.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) के बाद 134 देशों में सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला तीसरा देश था। बिहार का बेगूसराय दुनिया का सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र है।

Home / Health / लंबे समय प्रदूषित हवा में रहने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो