अग इतनी भीषण थी कि कई बार तो गोदाम में अंदर जाने पर कर्मचारियों का भी दम घुटने लगा था। प्लास्टिक के जूते चप्पलों से उठने वाली गंध के कारण आग बुझाने पहुंचे फायर मेनों का कई बार दम भी घुटने लगा था, लेकिन इसके बावजूद वह डटे रहे और करीब १० घंटे बाद आग पर काबू पाया गया।
आग इतनी भीषण थी कि इसके चलते गोदाम के पास के घरों को रात में खाली करा दिया गया। ताकि कोई जनहानि न हो जाए। आग लगने के बाद रातभर आसपास के शहवासी दहशत में रहे। स्थानीय लोगों ने भी आग बुझाने के काफी प्रयास किए थे लेकिन वह सब बेकार रहे। गोदाम संचालक चोहित मल आहूजा की इस गोदाम में करीब 59 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान होना बताया जा रहा है।