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होशंगाबाद

हाथी के दांत साबित हो रही नपा की गीला-सूखा कचरा एकत्रित करने की योजना

शहरभर से निकलने वाले जैविक कचरे ने छोटी सी यूनिट में बन रही खाद

होशंगाबादMar 05, 2018 / 11:05 am

yashwant janoriya

Plan of collecting Napa wet-dry garbage proved to be elephant's teeth

Plan of collecting Napa wet-dry garbage proved to be elephant’s teeth

होशंगाबाद. हाथी के दांत खाने के ओर दिखाने के ओर। यह कहावत नगर पालिका होशंगाबाद पर सटीक बैठ रही है। नपा शहर से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित कर ले जाती है, लेकिन ट्रेंचिंग ग्राउंड में एक साथ पटक देती है। उसके पास गीले कचरे के निपटारे का प्लान तक नहीं है। सूखे से थोड़ा बहुत जैविक खाद बनाकर खुद की पीठ थपथपा रही है। हालांकि नपा का दावा है कि वह अब तक एक टन जैविक खाद बना चुकी है। जिसका उपयोग नपा के पार्को में होता है और इसी में से कुछ खाद मेले में ४५ हजार में बेच चुकी है। दरअसल, नपा की यह सब कवायद ४०० अंकों के लिए है। स्वच्छता सर्वेक्षण में यह अंक हासिल करने के लिए नपा द्वारा शहरभर से गीला कचरा और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है। शहरभर से कचरा एकत्रित करने के बाद कचरा वाहन ट्रेंचिंग ग्राउंड में एक साथ पूरा कचरा खाली कर रहे हैं। टे्रंचिंग ग्राउंड के पास निर्माणाधीन ओवरहेड टेंक के नीचे छोटे से क्षेत्र में जैविक खाद निर्माण इकाई बनाई गई है। शहर से निकलने वाले जैविक कचरे के लिए इस इकाई में सिर्फ चार बॉक्स ही लगे है। शहर के सभी पार्क में जैविक खाद निर्माण इकाई बनाई गई हैं।
कचरे से बिजली बनाने की योजना : नगरीय प्रशासन विभाग की कचरे से खाद बनाने के साथ ही बिजली बनाने प्रदेशस्तरी योजना है। योजना के तहत प्रदेश में २६ क्लस्टर बनाए जाएंगे जिनमें होशंगाबाद भी शामिल है। इस क्लस्टर में ६४ करोड़ की लागत से प्लांट लगाया जाएगा, जहां कचरे से बिजली बनेगी। इस प्लांट में १४ नगरपालिका व नगर पंचायतों से कचरा आएगा। इस कचरे से १० मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा।
400 नंबर पाने की पूरी कवायद – स्वच्छता सर्वेक्षण २०१८ में कचरा प्रबंधन और कचरा एकत्रीकरण पर २०० अंक निर्धारित हैं। नगर पालिका द्वारा शहर में गीले कचरे और सूखे कचरे के लिए ८० डस्टबिन लगाए गए हैं साथ ही २० गाडिय़ों की सहायता से गीला कचरा और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है। सर्वेक्षण में अलग-अलग कचरा एकत्रित करने पर २०० और कचरे से खाद बनाने की यूनिट पर २०० अंक निर्धारित हैं।
इनका कहना है
नगर पालिका द्वारा गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है। ट्रेंचिंग ग्राउंड के पास जैविक खाद निर्माण यूनिट बनाई गई है। अब तक एक टन खाद बनाया जा चुका है। इसमें से ४५ हजार का बेच भी चुके हैं। यह खाद पार्को में उपयोग किया जा रहा है।
अमरसत्य गुप्ता, सीएमओ

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