डॉक्टरों की कमी से परेशानी
जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी ओपीडी के संचालन में सबसे बड़ी परेशानी साबित हो रहा है। ओपीडी में मौजूद डॉक्टर जब वार्ड में राउंड, ओटी और पीएम करने जाते हैं तो मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। सीएस ने बताया कि चार डॉक्टर आने वाले हैं। जिसके बाद थोडी राहत मिलेगी। इनमें एक एमडी, एक शिशु रोग विशेषज्ञ और दो एमबीबीएस डाक्टर शामिल हैं।
जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी ओपीडी के संचालन में सबसे बड़ी परेशानी साबित हो रहा है। ओपीडी में मौजूद डॉक्टर जब वार्ड में राउंड, ओटी और पीएम करने जाते हैं तो मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। सीएस ने बताया कि चार डॉक्टर आने वाले हैं। जिसके बाद थोडी राहत मिलेगी। इनमें एक एमडी, एक शिशु रोग विशेषज्ञ और दो एमबीबीएस डाक्टर शामिल हैं।
हालात 01 : मीनाक्षी चौक निवासी मालती केवट अपने आठ साल के बेटे अभिषेक और कैरियर स्कूल के पास रहने वाली पूजा साहू अपने दो वर्षीय बच्चे को लेकर ड्रेसिंग कराने सुबह 11 बजे से बैठी थी। महिलाओं ने बताया पट्टी कराने बैठे हैं। 12.30 बज गए, कर्मचारी गायब है। मालाखेड़ी निवासी 45 वर्षीय संतोष यादव का पांव बाइक की साइलेंसर में जल गया। उन्होंने बताया सुबह 10.30 बजे से पट्टी कराने अस्पताल में घूम रहा हूं। 12.45 बज गए, ड्रेसर गायब है।
हालात 02 : दोपहर के 12.45 बज रहे थे। पीलीकरार निवासी सपन नागवंशी पत्नी पुष्पा के साथ कमरा नंबर 5 के बाहर डाक्टर का इंतजार कर रहे थे, भीतर कुर्सी खाली थी। पुष्पा ने बताया कि गले के पास गांठ हो गई है। चीरा लगवाने आए हैं। उन्होंने बताया बुधवार को भी आए थे, इलाज नहीं हुआ। ओटी के बाद दोपहर करीब 1 बजे आए डा. सुधीर विजयवर्गीय ने मरीज से शुक्रवार को आने के लिए कहा।
विशेष नहीं, सिर्फ सर्दी-खांसी का इलाज
इटारसी. डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी अस्पताल के ओपीडी में डॉक्टरों की कमी होने से मरीजों को राहत नहीं मिल रही है। अस्पताल प्रबंधन ने आंख, कान, गला और पेट रोग समेत आधे दर्जन विशेषज्ञ नहीं होने की सूचना ओपीडी के दीवार पर लगा दी है, ताकि इनके मरीज आकर पूछताछ न कर सकें। डॉक्टरों ने बताया कि सर्दी, खांसी, उल्टी-दस्त, पीलिया के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं। अधीक्षक डा. एके शिवानी ने बताया ओपीडी का समय बदल तो दिया, लेकिन हमारे पास विशेषज्ञों की कमी है। इसी वजह से मरीजों को लाभ नहीं मिल पाता।
इटारसी. डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी अस्पताल के ओपीडी में डॉक्टरों की कमी होने से मरीजों को राहत नहीं मिल रही है। अस्पताल प्रबंधन ने आंख, कान, गला और पेट रोग समेत आधे दर्जन विशेषज्ञ नहीं होने की सूचना ओपीडी के दीवार पर लगा दी है, ताकि इनके मरीज आकर पूछताछ न कर सकें। डॉक्टरों ने बताया कि सर्दी, खांसी, उल्टी-दस्त, पीलिया के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं। अधीक्षक डा. एके शिवानी ने बताया ओपीडी का समय बदल तो दिया, लेकिन हमारे पास विशेषज्ञों की कमी है। इसी वजह से मरीजों को लाभ नहीं मिल पाता।
इनका कहना है…
ओपीडी के समय रजिस्टर में अटेंडेंस ली जा रही है। कई बार डाक्टर समय से थोड़ा बहुत लेट होते हैं। उन्हें समझाइश दी जा रही है।
– डॉ. सुधीर डेहरिया, सीएस जिला अस्पताल
ओपीडी के समय रजिस्टर में अटेंडेंस ली जा रही है। कई बार डाक्टर समय से थोड़ा बहुत लेट होते हैं। उन्हें समझाइश दी जा रही है।
– डॉ. सुधीर डेहरिया, सीएस जिला अस्पताल