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होशंगाबाद

मध्यप्रदेश की औद्योगिक नगरी का हुआ बुरा हाल, लगातार कम हो रही जनसंख्या

आखिर क्यों इस जिले में लगातार कम हो रही जनसंख्या, जानने के लिए पढ़े पूरी खबर

होशंगाबादJan 22, 2020 / 12:14 pm

poonam soni

मध्यप्रदेश की औद्योगिक नगरी का हुआ बुरा हाल, लगातार कम हो रही जनसंख्या

मध्यप्रदेश की औद्योगिक नगरी का हुआ बुरा हाल, लगातार कम हो रही जनसंख्या

काली चौरासी/सारनी। देशभर में बढ़ती जनसंख्या जहां चिंता का कारण बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के एक जिले में जनसंख्या कम होना भी चिंता का कारण बना हुआ है। जी हां…मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के पास सारनी में हर साल जनसंख्या में कमी हो रही है। यह गांव बालो के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। जिस जगह से पलायन बढऩे लगे समझो कि वहां सुख सुविधाएं नहीं हैं। यदि वह पलायन किसी औद्योगिक नगरी में हो तो इसे आप क्या कहेंगे। दरअसल सारनी को मध्यप्रदेश की औद्यागिक नगरी भी कही जाती है। यहां की जनसंख्या दिनों-दिन कम हो रही है। जबकि सारनी में प्रदेश का प्रमुख बिजली उत्पादन केंद्र सारनी पॉवर प्लांट और कोयला खदान केंद्र पाथाखेड़ा मौजूद है।
आंकड़े दे रहे गवाही
बताया जा रहा है कि 2001 की जनगणना में सारनी में मतदाताओं की संख्या 98 हजार के करीब थी। जो 2011 में घटकर 84 हजार रह गई। 2017 अगस्त में सारनी नगरपालिका के चुनाव के दौरान प्रशासन द्वारा मतदाता सूचीं का पुनरीक्षण कराया गया तो पता चला कि यहां के वोटरों की संख्या घटकर 64 हजार पर सिमट गई है। यही हाल रहे तो 2021 की जनगणना में सारनी क्षेत्र में वोटरों की संख्या 40 हजार के करीब आ पहुंचेगी।

लगातार बढ़ रहा पासपोर्ट का सत्यापन
हर साल पुलिस थाने में लगभग 400 पासपोर्टों का सत्यापन किया जा रहा है। ये वह लोग हैं। जो पढ़ाई पूरी करने के बाद देश के विभिन्न प्रांतों में नौकरी कर रहे हैं या फिर देश से बाहर जाने की तैयारी में हैं। ये सब शिक्षित हैं, मजदूर वर्ग की संख्या अलग से है। जब से औद्योगिक नगरी में रोजगार के साधन घटे हैं। लोग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।
बढ़ाने होंगे रोजगार के अवसर
पलायन रोकने के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को नगर में रोजगार के नए साधन उपलब्ध कराने होंगे। गौरतलब है कि डब्ल्यूसीएल में मेन पॉवर घटकर 6 हजार पर आ पहुंचा है। वहीं सतपुड़ा ताप गृह में विद्युत कर्मियों की संख्या घटकर 1500 पर आ पहुंची है।
साल-दर-साल सत्यापित होने वाले पासपोर्ट
साल – सत्यापन
2013 – 329
2014 – 401
2015 – 453
2016 – 396
2017 – 326
(नोट :- वर्ष 2017 के आंकड़े सितंबर माह तक है)

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