एक व्यक्ति अपनी बेटी की शादी के लिए काफी लंबे समय से एक-एक पैसा इकट्ठा करता है ताकि वक्त आने पर वह अपनी बेटी को खुशी-खुशी विदा कर सके और शादी में कोई परेशानी न आए। एक पिता के लिए बेटी की शादी के लिए एकत्रित किए गए ये पैसे बहुत मायने रखते हैं। गुजरात में रहने वाले देवाशी मानेक ने भी ऐसा ही किया।
हीरा व्यवसायी देवाशी सूरत के रहने वाले हैं। उनकी बेटी एमी की शादी थी। सारी तैयारियां भी हो चुकी थी, लेकिन जवानों के परिवारों के दुख को समझते हुए उन्होंने वह कर दिखाया जो कि वाकई में मुश्किल है। शादी के बाद होने वाले रिसेप्शन की पार्टी के लिए जमा किए गए 11 लाख रुपये उन्होंने शहीदों के परिवारों के नाम कर दिया। इसके अलावा अतिरिक्त 5 लाख रुपये नारायण सेवा संस्थान नामक एक संस्था को दान कर दिया।
दुख की इस घड़ी में देवाशी का शादी या किसी प्रकार की पार्टी का कोई मन नहीं था और इसलिए उन्होंने इन कार्यक्रमों को स्थगित करने का मन बना लिया। पिता के इस निर्णय से एमी भी बहुत खुश है और तो और एमी के ससुरालवाले भी देवाशी मानेक के तारीफों के पुल बांधने में लगे हुए हैं। सभी को उन पर बेहद गर्व है।