वैज्ञानिकों ने बनाया कमाल का Device, देगा कोशिका के अंदर की पूरी जानकारी! अमेरिका की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) में एप्लाइड फिजिक्स के साइंटिस्ट जेर्ड इवांस के मुताबिक अभी इसबारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन ज्यादातर वैज्ञानिकों का मानना है कि बारिश में नमी के कारण वायरस तीव्र हो जाता है। ऐसे में कोरोना भी तेजी से फैल सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेयर (University of Delaware) के वैज्ञानिक जेनिफर होर्ने भी मानते हैं कि बारिश से वायरस फैलने और पनपने की रफ्तार भी धीमी नहीं होगी। केवल पानी वायरस की सफाई नहीं कर सकता है। उन्होंने बताया कि ये उसी तरह है कि हाथ पानी से धोएंगे तो वायरस नहीं मरेगा, साबुन लगाना पड़ेगा।होर्ने की माने तो बारिश की वजह से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।
सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए नायाब जूते, पहनने के बाद कम हो जाएगा Corona का खतरा! वहीं वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी (Washington University) के ग्लोबल हेल्थ, मेडिसिन और एपिडिमियोलॉजी के प्रोफेसर जेई बेटेन की राय थोड़ी अलग है। उनका कहना है कि बारिश कोरोना वायरस को डायल्यूट यानी घोलकर कमजोर कर सकती है। जिससे वायरस पानी में घुलकर बह सकता है।