अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए 8 मार्च को ही क्यों चुना गया?
- संयुक्त राष्ट्र ने साल 1975 में इसे ऑफिशियली तौर पर मान्यता दी थी। इसके बाद से दुनिया के तमाम देशों में 8 मार्च के दिन महिला दिवस ( International Women's Day 2020) मनाया जाने लगा।

नई दिल्ली। दुनियाभर में हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। महिला दिवस की शुरुआत 1908 में हुई थी लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने साल 1975 में इसे ऑफिशियली तौर पर मान्यता दी थी। इसके बाद से दुनिया के तमाम देशों में 8 मार्च के दिन महिला दिवस ( International Women's Day 2020) मनाया जाने लगा।
प्रत्येक साल महिला दिवस ( Women's Day ) की अलग थीम रखी जाती है। इस साल महिला दिवस की थीम है ''I am Generation Equality: Realizing Women's Rights। महिला दिवस का मुख्य मकसद महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।
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इस वजह से 8 मार्च को मनाया जाता है महिला दिवस
साल 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाएं ब्रेड और पीस के लिए हड़ताल पर बैठी थी। इस हड़ताल के दौरान महिलाओं ने अपने पतियों की मांग का भी समर्थन करने से साफ मना कर दिया था और उन्हें युद्ध मैदान छोड़ने के लिए मजबूर किया था।
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इसके बाद सम्राट निकोलस को उसका पद छोड़ना पड़ा। इसके साथ ही महिलाओं को मतदान का अधिकार भी दिया गया। रूसी महिलाओं ने यह विरोध फरवरी महीने में किया था। वहीं यूरोप में महिलाओं ने 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स को सपोर्ट करने के लिए रैलियां भी आयोजित की थीं।
रूस में उस समय जूलियन कैलेंडर ( Julian Calendar ) का प्रयोग किया जाता था। जिस दिन महिलाओं ने यह हड़ताल शुरू की थी वो तारीख़ 23 फ़रवरी थी। ग्रेगेरियन कैलेंडर ( Gregorian Calendar ) के हिसाब से यह 8 मार्च का दिन था और उसी के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरी दुनिया में 8 मार्च को मनाए जाने लगा।
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