यह ग्रहण सुबह 10.23 मिनट पर आरंभ होगा, जो दोपहर 1.48 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं दोपहर 12 बजे के करीब ग्रहण के समय रात जैसा अंधेरा (Dark) कुछ समय के लिए देखा जाएगा।
जानकारों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) के अधिकांश हिस्सों में सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। प्रदेश के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग (department of science and technology himachal pradesh) ने सभी लोगों को चेतावनी भी दी है कि इस ग्रहण को नग्न आंखों से न देखें। हिमाचल प्रदेश साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग ने इस खगोलीय घटना को देखने और अनुभव करने के लिए विशेष व्यवस्था भी की है।
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विभाग ने शिमला (Shimla) के रिज मैदान पर पदम देव कंपलेक्स में विशेष सोलर फिल्टर्स की मदद से यह सूर्य ग्रहण दिखाने का इंतजाम किया है। विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण विभाग के संयुक्त सदस्य सचिव निशांत ठाकुर ने बताया कि ये सूर्य ग्रहण काफी ऐतिहासिक रहने वाला है। ठाकुर के मुताहबिक हिमाचल प्रदेश में यह ग्रहण 95% रहेगा। इसके इलावा पूरे भारत में करीब 99% देखा जाएगा। उन्होंने बताया इसके बाद ऐसा ग्रहण 2031 में देखा जा सकता है।
बता दें साल 1828 में भारत के आंध्र प्रदेश में सूर्य ग्रहण के दौरान सोलर न्यूक्लियर फ्यूजन देखा गया था, जिसमें यह देखा गया था कि सूरज में हीलियम और हाइड्रोजन गैस कैसे जलती हैं। वहीं साल 1919 में हुए सूर्य ग्रहण के समय देखा गया था की सूरज के पीछे एक तारा छिपा है, जिसका आंशिक रूप उस वक्त देखा गया था।