हम बात कर रहे है क्रेग लुईस की। यह बिना दिल के जीवित रहने वाला पहला शख्स है। दरअसल, क्रेग लुईस को दिल की बीमारी थी, जिसके कारण वह मरने वाला था। डॉक्टर्स ने कह दिया था कि वह 12 घंटे से ज्यादा जीवित नहीं रह पाएगा। हालांकि दो डॉक्टरों ने उसका दिल ऑपरेट करके निकाल दिया और उसकी जगह ऐसी चीज लगाई जिसके कारण वो जीवित रहा। क्रेग लुईस पहले ऐसे शख्स थे, जिन पर ये प्रयोग किया गया और वह सफल भी हुआ।
डॉक्टर्स ने क्रेग की पत्नी की परमीशन लेकर उनके दिल का ऑपरेशन करके उनके जिंदा रहते डॉक्टरों ने उनका दिल निकाल दिया और उसकी जगह “continuous flow,” नाम की एक ऐसी मशीन लगाई। उससे क्रेग लुईस के शरीर में बिना पल्स के रक्त प्रवाहित होने में मदद मिली। ऑपरेशन के चंद घंटे बाद वो जिंदा हो गए और उनके शरीर में दिल नहीं था फिर भी वो जिंदा थे और सांस ले रहे थे। क्रेग ऑपरेशन के बाद बात भी कर रहे थे।
55 वर्षीय क्रेग लुईस एमिलॉयडोसिस से पीड़ित थे जो एक दुर्लभ ऑटोम्यून्यून बीमारी है। इस बीमारी की वजह से जो शरीर में असामान्य प्रोटीन का निर्माण करती है और तेजी से दिल, गुर्दे और यकृत को फेलियर बना देती है। डिवाइस स्थापित करने से पहले, लुईस को डायलिसिस मशीन, श्वास मशीन और बाहरी रक्त पंप पर रखा गया था।
Video: बाइक ने बचाई बच्चे की जान, चमत्कार देखकर याद आ जाएगी टार्जन वंडर कार की याद
टेक्सास हार्ट इंस्टीट्यूट के डॉ बिली कोह्न और डॉ बड फ्रैजियर ने क्रेग को जिंदा रखने के लिए “continuous flow,” उपकरण को शरीर में लगाए जाने का प्रपोजल दिया, जिसे उनकी पत्नी मान गई। इससे पहले उन्होंने गाय के बछड़ों पर ये प्रयोग किया था। दोनों डॉक्टरों ने मिलकर ये डिवाइस बनाई थी और करीब 50 बछड़ों पर इसका परीक्षण किया था। उन्होंने जानवरों के दिलों को हटा दिया और उन्हें डिवाइस से बदल दिया। डिवाइस शरीर के माध्यम से रक्त के निरंतर प्रवाह की आपूर्ति करके इसे ट्रांसफर करने के लिए ब्लड का उपयोग करके काम करता है।
जब इस वायरस ने मचा दिया था दुनिया में हाहाकार, मारे गए थे करोड़ों लोग, हर तरफ थी लाश ही लाश…
लिंडा ने अपने पति क्रेग के ऑपरेशन के बाद जब उनकी नब्ज सुनी तो हैरान रह गईं। उन्होंने कहा था मैंने सुना और यह एक गुनगुनाहट थी, जो अद्भुत थी। उसकी नब्ज नहीं थी। अफसोस की बात है कि लुईस की हालत बिगड़ने लगी क्योंकि बीमारी ने उनके लीवर और किडनी पर हमला कर दिया और अप्रैल 2011 में उनका निधन हो गया। इस आपरेशन के बाद वह एक महिला से ज्यादा समय तक जिंदा रहा।