इन चमगादड़ों के बारे में खुलासा म्यूजियम एंड बैट कंजरवेशन इंटरनेशनल के साइंटिस्ट्स ने की है। चमगादड़ की इस नई प्रजाति को म्योटिस निम्बाएनसिस नाम दिया गया है। बताया जाता है कि यह चमगादड़ काले और नारंगी रंग में दिखते हैं। बैट कंजर्वेशन इंटरनेशनल के वैज्ञानिक विनिफ्रेड फ्रिक के मुताबिक दुनिया में इस तरह के चमगादड़ों की प्रजाति विलुप्त होने के कगार पर है। ऐसे में इस प्रजाति का मिलना एक सुखद समाचार है। इस चमगादड़ की खासियत यह है कि इसके फर नारंगी रंग के होते हैं, जबकि निचला हिस्सा काले रंग का होता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार यह दुर्लभ चमगादड़ गुफाओं के अंदर मौजूद सुरंगों में मिले हैं। पहले यहां खनन का काम होता था। ऐसे में इनकी खोज के लिए शोधकर्ताओं ने माइनिंग कंपनी की भी मदद ली। इन गुफाओं में आमतौर पर चमगादड़ों की एक खास प्रजाति रहती आई है जिसका नाम हिप्पोसिडेरोस लोमोट्टेई है। म्यूजियम के वैज्ञानिकों का दावा है कि नारंगी काले रंग के यह चमगादड़ भी विलुप्त होने की कगार पर है ऐसे में इनका संरक्षण जरूरी है।