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कंपनी की तरफ से कहा गया है कि अब भविष्य में अपने सभी ब्रांड को प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना बना रही है। कंपनी को उम्मीद है कि ग्राहक इन्हें सीधे रिसायकल करने के लिए भेज सकेंगे। बता दें कि शीशे की बोतल बनाने के लिए काफी ऊर्जा खर्च होती है, साथ ही कार्बन उत्सर्जन भी बढ़ता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 में यूरोप में खाने पीने के प्रोडक्ट्स की पैकिंग में करीब 82 लाख टन प्लास्टिक का उपयोग किया गया था। कंपनी ने कहा है कि प्लास्टिक से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, इसे कम करने के लिए कागज की बोतल योजना पर काम शुरू किया गया है।
कागज की होगी बोतले
अगले साल से कंपनी सभी बोतलों की कागज की पैकेजिंग करने जा रही है। इसके लिए कंपनी एक अन्य कंपनी पल्पेक्स बनाने जा रही है। ये कंपनी पेप्सिको ( PepsiCo ) और यूनीलीवर ( Unilever ) जैसे ब्रांड के लिए भी कागज की बोतले बनाएगी।
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पर्यावरण संरक्षण जरूरी
बता दें कि प्लास्टिक और कांच की बोतलों बनाने के लिए बड़ी मात्रा में कार्बन उत्सर्जन होता है, जो पर्यावरण के लिए काफी नुकसानदायक है। शीशा पिघलाने वाली भट्टियों को चलाने के लिए बहुत सारी एनर्जी की जरुरत होती है।