एक ओर जहां मीन एक जल तत्व की राशि है, वहीं सूर्य Surya ग्रह एक अग्नि तत्व प्रधान है। ऐसे में अग्नि तत्व प्रधान का प्रवेश जल तत्व प्रधान राशि में होगा। जिसके कारण इसका असर effects सभी राशि में देखने को मिलेगा। चलिए जानते हैं 12 राशियों पर कैसा रहेगा सूर्य के गोचर surya gochar 2021 का असर…
1. मेष राशि:
इस समय सूर्य आपकी राशि के जातकों के लिए बारहवें भाव में प्रवेश करेगा। सूर्य के मीन राशि में गोचर से इस राशि के लोग आत्मविश्वास में कमी महसूस करेंगे। कार्यक्षमता पर असर पड़ेगा। आप अपने दुश्मनों पर हावी रहेंगे।
कारोबार से जुड़े लोगों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। यदि आप कोई निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो, स्थिति के उचित चिंतन के बाद या विशेषज्ञों से इस बारे में सलाह लेने के बाद ही कोई निर्णय लेना आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होगा। रिश्तों में कुछ उतारचढ़ाव आ सकते हैं।
उपाय : रोज़ाना सुबह गायत्री मंत्र सुनें या खुद उसका जाप करें।
2. वृषभ राशि:
सूर्य का यह गोचर आपके ग्याहरवें यानि आय भाव में होगा। जिससे आपकी राशि के लोगों को शुभ परिणाम हासिल होंगे।. इस दौरान कई नए ऐसे रिश्ते या संपर्क बनाने में कामयाब रहेंगे जिनसे भविष्य में भी आपको लाभ मिलेगा। लंबे समय से रुका हुआ आपका कोई प्रोजेक्ट इस समय दोबारा शुरू हो सकता है।
जिससे आपको लाभ भी मिलेगा, आपके आत्म-विश्वास में भी बढ़ोतरी कराएगा। कारोबार से जुड़े लोगों को फायदा मिलेगा। समाज में मानसम्मान बढ़ेगा। किसी नए रिश्ते की शुरूआत हो सकती है। कार्यक्षेत्र में आपको खूब तारीफ मिलेगी।
उपाय : प्रातः सुबह सूर्य यंत्र का ध्यान करें।
3. मिथुन राशि:सूर्य का ये राशि परिवर्तन आपके दसवें घर यानि कर्म भाव में होगा। इस गोचर से इस राशि के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। कार्यक्षेत्र में सम्मान बढ़ेगा। भाईबहनों का पूरा साथ मिलेगा। लव के लिहाज से यह समय अच्छा रहेगा। जीवनसाथी के साथ वक्त अच्छा गुजरेगा। मानसम्मान में वृद्धि होगी।
सूर्य का ये राशि परिवर्तन आपके नवें घर यानि भाग्य भाव में होगा। इस गोचर से इस राशि के लोगों के धन योग बन रहे हैं। नए अवसर प्राप्त होंगे। कर्क राशि के व्यवसाय से जुड़े जातकों को सूर्य के इस गोचर के दौरान अपेक्षित परिणाम और आर्थिक स्थिरता प्राप्त होने की भी संभावना है। मेहनत से आप हर कार्य में सफल होंगे। आर्थिक स्थिरता बढ़ेगी। परिवार के सदस्यों का पूरा समर्थन मिलेगा। आध्यात्मिक यात्रा पर जाने के योग बन रहे हैं।
सूर्य का गोचर आपकी राशि के आठवें भाव यानि आयु भाव में होगा। इस गोचर का आप पर काफी प्रभाव पड़ेगा। काम की गति धीरे होगी। यह समय आपके आत्मविश्वास की कमी, आत्म संदेह और आपके भविष्य के बारे में अनिश्चितता और चिंता को बढ़ाने का काम कर सकता है। भविष्य के लिए सोचकर परेशान होंगे। गुस्से को कंट्रोल करें। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान संयम रखें।
सूर्य का ये गोचर आपकी राशि के सप्तम भाव यानि विवाह भाव में होगा। इस समय अवधि के दौरान आपके जीवनसाथी के साथ आपके संबंध तनावपूर्ण रह सकते हैं। वहीं आप में से कुछ लोगों को उनके प्रेम संबंधों और रोमांस में अस्वीकृति का सामना भी करना पड़ सकता है।
7. तुला राशि:
सूर्य का ये गोचर आपकी राशि के छठें भाव यानि शत्रु व रोग भाव में होगा। जिसके इस राशि के लोगों को शुभ परिणाम हासिल होंगे। व्यावसायिक रूप से, इस समय अवधि के दौरान आपके प्रयासों को उचित सराहना मिलेगी, आपके वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके संबंधों में सुधार होगा। लंबे वक्त से चली आ रही बीमारी ठीक हो सकती है। आपके दुश्मन आप पर हावी रहेंगे। अधिकारियों के साथ आपके संबंध सुधरेंगे। छात्रों को इस गोचर के दौरान अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद है।
उपाय : प्रात:काल में रोजाना ‘सूर्याष्टकम’ का पाठ करें या सुनें।
8. वृश्चिक राशि:
सूर्य के मीन राशि में गोचर से आपकी राशि से सूर्य पंचम भाव यानि पुत्र व बुद्धि भाव में होंगे। ऐसे में इस राशि के लोगों को अच्छे परिणाम हासिल होंगे। आप इस अवधि के दौरान समस्याओं और दबावों को बहुत दृढ़ निश्चय के साथ संभाल पाएंगे, जिससे आपको अपने सहयोगियों और वरिष्ठ प्रबंधन के बीच अपनी पहचान बनाने में सफ़लता मिलेगी। कार्यक्षमता में सुधार होगा। कारोबार से जुड़े लोगों को इस दौरान निराश होना पड़ सकता है। पिता की सेहत पर ध्यान देने की जरूरत होगी।
उपाय : तांबे के बर्तन में पानी पिएं।
9. धनु राशि:
सूर्य का ये गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव यानि सुख व माता भाव में होगा। ऐसे में आपको परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मां की तबियत खराब हो सकती है। व्यावसायिक रूप से, जैसा कि सूर्य अपनी “दिगबल” स्थिति से विपरीत दिशा में बैठा है, जो इसे कमजोर बनाता है, यह इस बात को इंगित करता है कि इस वक़्त आपको वरिष्ठों और अधीनस्थों से बात करते समय अपने शब्दों का चयन बहुत हो सोच समझकर करना होगा अन्यथा किसी बात का गलत अर्थ निकाला जा सकता है।
इसके अलावा परिवार के लोगों के साथ आपका मनमुटाव हो सकता है। शादीशुदा जातकों के लिए भी यह समय अच्छा नहीं रहेगा। जीवनसाथी के साथ छोटेछोटे मुद्दों पर झगड़ा हो सकता है।
उपाय : सूर्य को हर रोज अर्घ्य दें।
10. मकर राशि:
सूर्य का ये गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव यानि पराक्रम व भाई बहनों के भाव में होगा। यह गोचर इस राशि वालों के लिए शुभ रहेगा। वेतन में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान किए गए कार्य सफल होंगे। विरोधियों पर हावी रहेंगे।
लेकिन, आपके भाई-बहनों को उनके जीवन में इस गोचर के प्रभाव से कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए जितना हो सके आप उनका हौसला बनाये रखने के लिए उनके साथ खड़े रहे। यात्रा से आपको लाभ मिलेगा। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। सेहत को लेकर लापरवाही ना बरतें।
उपाय : लाल चींटियों को गेहूं खिलाएं।
11. कुंभ राशि:
सूर्य का ये गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव यानि धन व वाणी भाव में होगा। यह गोचर आपके लिए मिलाजुला परिणाम लाएगा। घर के सदस्यों या मित्रों से लड़ाई हो सकती है। इस दौरान उनका उनके पार्टनर से कुछ मतभेद होने की आशंका है। संपत्ति से संबंधित मामलों में लाभ मिल सकता है।
इस समय के दौरान विवाहितों के जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट देखी जा सकती है और उन्हें अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा उस पर खर्च भी करना पड़ सकता है। ऐसे में विवाहित लोग सेहत पर ध्यान दें।
उपाय : किसी भी महत्वपूर्ण काम को करने के लिए घर से निकलते समय पिता, या किसी पितातुल्य इंसान का आशीर्वाद अवश्य लें।
मीन राशि:
सूर्य का गोचर आपकी ही राशि में यानि आपके प्रथम भाव / लग्न में होने वाला है। ऐसे में सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है। सिरदर्द आंखों की रोशनी सर्दी और खांसी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
मीन राशि के जो जातक नौकरी कर रहे हैं वो इस दौरान अपने कार्यक्षेत्र पर थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं, जिससे आपको काम में मन लगाने या ध्यान केंद्रित करने में थोड़ी तकलीफ़ उठानी पड़ सकती है। शत्रु आपकी छवि खराब करने की कोशिश करेंगे। कोई भी निर्णय जल्दबाजी में लेने से बचें।
उपाय : रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं।