दस्तावेजों का जलाकर किया नष्ट
एक रिपोर्ट के अनुसार, जापान सरकार के पुरालेख विभाग के पास रखे दस्तावेज में भी यूनिट 731 का जिक्र किया गया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि बहुत से दस्तावेजों को जलाकर नष्ट कर दिया गया। वैसे चीन का इससे कोई संबध तो नहीं था, लेकिन लैब में किए जाने वाले प्रयोग चीन के लोगों पर ही होते थे।
जिदां इंसानों पर होते थे प्रयोग
इस खतरनाक लैब के बारे में कहा जाता है कि यहां पर कई दर्दनाक प्रयोग किए जाते थे। इससे मजबूत से मजबूत इंसान के दिल में डर बैठा हुआ है। इस लैब में जिंदा इंसानों को यातना देने के लिए एक खास प्रयोग फ्रॉस्टबाइट टेस्टिंग था। खबरों के अनुसार, योशिमुरा हिसातो नाम के एक वैज्ञानिक को इस प्रयोग में बहुत मजा आता था। हिसातो जमे हुए तापमान का शरीर पर क्या असर पड़ता है यह देखने के लिए यह वह टेस्ट करते थे।
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कई लोगों की हो जाती थी मौत
इस जानलेवा प्रयोगशाला में व्यक्ति के हाथ और पैर ठंडे पानी में डुबोए जाते थे। जब इसका शरीर पूरी तरह से सिकुड़ जाता, तब उसके हाथ-पैर उबलते हुए गर्म पानी में डालते थे। इस दौरान हाथ-पैर पानी में लकड़ी के चटकने की तरह आवाज करते हुए फट आती थी। ऐसा कहा जाता है कि इस प्रयोग के दौरान कई लोगों की मौत हो जाती थी।