इन्हें खाली सीट पर मौका देने के लिए कॉलेज संचालकों के प्रतिनिधिमंडल ने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी व कमिश्नर राघवेंद्रसिंह से मुलाकात की। कॉलेज संचालक गिरधर नागर, कमल हिरानी, रवि भदौरिया और अवधेश दवे ने बताया, बीएड के इच्छुक छात्र-छात्राएं कॉलेजों के चक्कर काट रहे हैं। बीएड में करीब 10 फीसदी सीटें खाली हैं। इन पर एडमिशन के लिए काउंसलिंग का अतिरिक्त चरण कराए जाने से सबको राहत मिल जाएगी। मालूम हो, बीएड के अलावा एनसीटीई के बाकी कोर्स में 15 फीसदी एडमिशन भी नहीं हो पाए हैं।
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संचालकों का कहना है, उच्च शिक्षा विभाग यूजी-पीजी कोर्स की ही काउंसलिंग चला रहा है। सभी कोर्स में 14 अगस्त तक एडमिशन दिए जा सकते हैं। बीएड के लिए एक और चरण हो तो सैकड़ों आवेदकों का साल बच जाएगा। नागर ने बताया, उच्च शिक्षा मंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया है। एक-दो दिन में काउंसलिंग के अतिरिक्त चरण की घोषणा हो सकती है।