एसपी पश्चिम विवेक सिंह ने बताया की गुगल सेटैलाइट की मदद से विभिन्न थाना क्षेत्रों का डिजिटल मैपिंग का कार्य शुरू कर दिया है। थाना प्रभारी अपने क्षेत्र की मैपिंग के लिए सीसीटीएनएस व डॉयल 100 की मदद ले रहे है। वर्तमान में पुलिस के लिए डिजिटल मैपिंग बहुत आवश्यक है। इससे थाना क्षेत्र की सीमा निर्धारित के साथ उन जगहों को भी चिन्हित किया जाएगा जहां अपराधों का ग्राफ सबसे ज्यादा है। फिलहाल मैपिंग का कार्य जारी है।
एेसे कर रहे मैपिंग
एसपी सिंह ने बताया की सीसीटीएनएस में किसी भी अपराध की जानकारी भरते वक्त घटना किस दिशा में हुई है। घटनास्थल किस थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ता है। एेसे तमाम जानकारी पुलिसकर्मियों द्वारा इंट्री की जाती है। डिजिटल मैपिंग को इसी डाटा के आधार पर तैयार किया जा रहा है। इसमें संबंधित थाना क्षेत्रों की उन जगहों को भी चिन्हित किया जाएगा जहां सबसे ज्यादा चोरी, लूट व अन्य अपराध घटित होते है। भविष्य में मैपिंग से बेहतर पुलिसिंग में मदद मिलेगी।
एसपी सिंह ने बताया की सीसीटीएनएस में किसी भी अपराध की जानकारी भरते वक्त घटना किस दिशा में हुई है। घटनास्थल किस थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ता है। एेसे तमाम जानकारी पुलिसकर्मियों द्वारा इंट्री की जाती है। डिजिटल मैपिंग को इसी डाटा के आधार पर तैयार किया जा रहा है। इसमें संबंधित थाना क्षेत्रों की उन जगहों को भी चिन्हित किया जाएगा जहां सबसे ज्यादा चोरी, लूट व अन्य अपराध घटित होते है। भविष्य में मैपिंग से बेहतर पुलिसिंग में मदद मिलेगी।
मिलेगा फायदा
एसपी सिंह ने बताया की आमतौर पर उन लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी उठाना पड़ती है जो शहर में किसी विशेष प्रयोजन से आए है। और उनके साथ कोई अपराध घटित हो जाता है। एेसे में जब वे डॉयल 100 से मदद मांगते है तो वे उन्हें किस थाना क्षेत्र के अंतर्गत खड़े है जैसी जानकारी नहीं बता पाते। डिजिटल मैपिंग से डायल 100 संबंधित शिकायकर्ता की लोकेशन प्राप्त कर उसे घटनास्थल से जुड़े थाने का नाम बता सकेंगे। वहीं संबंधित व्यक्ति के पास कम समय में डॉयल 100 वैन भी मदद के लिए पहुंच सकेगी। कई लोगों को थाना क्षेत्र के सीमा क्षेत्र की जानकारी के अभाव में थानों के चक्कर काटकर अपना समय बर्बाद करना पड़ता है। डिजिटल मैपिंग से निकट भविष्य में एेसे लोगों को फायदा मिलेगा।
एसपी सिंह ने बताया की आमतौर पर उन लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी उठाना पड़ती है जो शहर में किसी विशेष प्रयोजन से आए है। और उनके साथ कोई अपराध घटित हो जाता है। एेसे में जब वे डॉयल 100 से मदद मांगते है तो वे उन्हें किस थाना क्षेत्र के अंतर्गत खड़े है जैसी जानकारी नहीं बता पाते। डिजिटल मैपिंग से डायल 100 संबंधित शिकायकर्ता की लोकेशन प्राप्त कर उसे घटनास्थल से जुड़े थाने का नाम बता सकेंगे। वहीं संबंधित व्यक्ति के पास कम समय में डॉयल 100 वैन भी मदद के लिए पहुंच सकेगी। कई लोगों को थाना क्षेत्र के सीमा क्षेत्र की जानकारी के अभाव में थानों के चक्कर काटकर अपना समय बर्बाद करना पड़ता है। डिजिटल मैपिंग से निकट भविष्य में एेसे लोगों को फायदा मिलेगा।
राजबाड़ा चौक चार थाना क्षेत्रों में
० यहां राजबाड़ा से कृष्णपुरा की तरफ और अन्ना पान की दुकान वाला भाग एमजी रोड थाने में आता है।
० मां अहिल्या प्रतिमा स्थल, गोपाल मंदिर वाली गली और पिछला हिस्सा सराफा थाने में आता है।
० आड़ा बाजार, प्रिंस यशवंत रोड पर पंढरीनाथ थाना लगता है।
० इमली बाजार की तरफ जाने वाले रास्ते पर थोड़ी आगे से सदर बाजार थाना लग जाता है।
० यहां राजबाड़ा से कृष्णपुरा की तरफ और अन्ना पान की दुकान वाला भाग एमजी रोड थाने में आता है।
० मां अहिल्या प्रतिमा स्थल, गोपाल मंदिर वाली गली और पिछला हिस्सा सराफा थाने में आता है।
० आड़ा बाजार, प्रिंस यशवंत रोड पर पंढरीनाथ थाना लगता है।
० इमली बाजार की तरफ जाने वाले रास्ते पर थोड़ी आगे से सदर बाजार थाना लग जाता है।
फैक्ट फाइल
पूर्वी शहर में थाने-18
पश्चिम शहर में थाने-14
देहात क्षेत्र- 13
पूर्वी शहर में थाने-18
पश्चिम शहर में थाने-14
देहात क्षेत्र- 13