अभी जमानत पर हत्या का आरोपी
परदेशीपुरा टीआइ अशोक पाटीदार के मुताबिक युवराज 4 माह से यहां नहीं था। पुलिस कई बार उसके घर चेक करने गई तो महाराष्ट्र में होने की सूचना मिली। 2003 में महेंद्र उपाध्याय की हत्या का केस उस पर दर्ज हुआ था। न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा भी हुई लेकिन बाद में ऊपरी न्यायालय से जमानत मिल गई। 2007 में किशनगंज पुलिस ने जेल में घुसकर हत्या करने के मामले में भी युवराज को आरोपी बनाया था। टीआइ के मुताबिक, युवराज अभी किसी मामले में वांटेड नहीं है। शुक्रवार को पुलिस टीम उसके घर गई, लेकिन वह नहीं मिला।
जमीन धोखाधड़ी का आरोपी भी दिखा
एबी रोड की होटल में केंद्रीय मंत्री की शहर के प्रबुद्धजन से मुलाकात हुई। यहां एमआइजी थाने में दर्ज जमीन की धोखाधड़ी का आरोपी प्रतीक संघवी भी नजर आया। मामले ने तूल पकड़ा तो जिम्मेदार हाथ खड़े कर रहे हैं। आयोजन टीम में शामिल राजेश अग्रवाल का कहना है कि प्रतीक संघवी को नहीं बुलाया था वहां कैसे आया पता नहीं।
रेप, धोखाधड़ी के आरोपी भी थे
बच्ची से बलात्कार के आरोपी विज्जू परमार, एमजी रोड थाने में धोखाधडी़ के केस में आरोपी रहे राजकुमार शर्मा ने चिमनबाग चौराहे व जीपीओ चौराहे के पास मारपीट के आरोपी अजय खस का भी मंच था। राजेश शिरोड़कर ने भी स्वागत किया।
ध्यान रखेंगे भाजपा शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा यदि कीस आपराधिक किस्म के व्यक्त ने यात्रा के दौरान मंच लगाया है तो इसे लेकर जिम्मेदार पदाधिकारी से चर्चा करेंगे। भविष्य में इसका ध्यान रखेंगे।