निपानिया कांकड़ के रहवासियों ने यहां सडक़ और पानी की समस्या को लेकर मंत्री तुलसी सिलावट को रविवार को घेर लिया था। रहवासियों ने इस दौरान सडक़ नहीं बनने और पूरे क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर मंत्री को जमकर खरी खोटी भी सुनाई थी। जिसके बाद मंत्री ने जनता के बीच पहुंचकर सडक़ के भूमिपूजन के साथ ही समस्याओं को भी हल करने की बात कही थी।
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बेटे-बहुओं का अत्याचार, दो दिन मंदिर के बाहर भूख से तड़पी मां, व्यथा सुन पुलिस भी रो पड़ी मंत्री ने सोमवार को क्षेत्र में पहुंचने का वादा किया था, लेकिन वे मंगलवार को पहुंचे। यहां पहुंचते ही उन्होंने चौराहे पर ही जनता के बीच चौपाल लगा दी। इस दौरान क्षेत्रीय जोनल अधिकारी वैभव देवलासे भी मौके पर ही मौजूद थे। जैसे ही जनता ने मंत्री के सामने पानी और ड्रेनेज की समस्या के बारे में मंत्री से पूछा तो उन्होंने जोनल अधिकारी से क्षेत्र की परेशानी का कारण पूछना शुरू कर दिया। इस पर जोनल अधिकारी ने उन्हें बताया कि यहां लाइन डाली गई थी। इस पर मंत्री ने अफसरों और लाइन डालने वाले ठेकेदार दोनों को मौके पर ही फटकार लगा दी।
महापौर नहीं पहुंची निपानिया कांकड़ में बनाई जाने वाली सडक़ का भी भूमिपूजन इस दौरान किया जाना था। जिसके लिए महापौर भी यहां आने वालीं थी। लेकिन जब महापौर नहीं पहुंची तो मंत्री सिलावट ने क्षेत्रीय पार्षद प्रतिनिधि जीवन पंचोली के साथ मिलकर भूमिपूजन कर दिया। इस दौरान मंत्री को जो हार पहनाए थे, उन्होंने वो भी पार्षद प्रतिनिधि के गले में डाल दिए। यही नहीं अफसरों को भी उन्होंने हार डालकर काम में लापरवाही नहीं बरतने के लिए ताकीद कर दिया।
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लोगों का विरोध देख मंत्री बोले 80 करोड़ रुपए हो गए मंजूर और फिर मुकर गए जल्दबाजी में भूले स्कूल का लोकार्पण पीपल्याकुमार में बनाए गए सरकारी स्कूल की नई बिल्डिंग का भी मंगलवार को ही लोकार्पण होना था। इसकी भी तैयारी थी, लेकिन महापौर के नहीं आने और भूमिपूजन में देरी के बाद जल्दबाजी में मंत्री सिलावट बगैर स्कूल का लोकार्पण किए ही रवाना हो गए।