इंदौर। युवा सोच अपनी दम पर पूरे समाज और विश्व में बदलाव ला सकता है। स्वामी विवेकानंद के यह कथन इंदौर की एक लड़की ने सच कर दिखाए। बीते साल एक लड़की जो बचपन से ही खुद को लड़का मानती थी उसने मेडिकल साइंस की हेल्प लेकर खुद का भविष्य ही बदल दिया। मन में शारीरिक रूप से भी लड़का बनने की जबरदस्त चाह रखने वाली लड़की 27 साल तक खुद से लड़ती रही। ये सॉफ्टवेयर इंजीनियर फाइनली कोमल से कबीर बन चुकी हैं। 10 महीनों में 4 सर्जरी करवाकर डॉक्टर्स ने कोमल को पूरी तरह से लड़का बना दिया था।