ट्रक, स्कूटर, मोटर साइकिल के नंबर कार को मिलेंगे
परिवहन विभाग के नियमों के मुताबिक, जिस श्रेणी का वाहन है उसकी सीरिज के नंबर उसी श्रेणी के वाहन को अलॉट किए जाते हैं। कार-जीप के वीआइपी नंबर तो बिक जाते हैं, लेकिन ट्रक, स्कूटर, मोटर साइकिल और अन्य श्रेणी के वाहनों के खाली रह जाते हैं। एक सीरिज में 429 वीआइपी नंबर होते हैं। 2015 से प्रदेश में अब तक कार-जीप को छोड़कर साढ़े चार लाख वीआइपी नंबर खाली है। इन नंबरों को किसी भी श्रेणी के वाहन मालिक ले सकते हैं, यानी कार मालिक इसमें आगे रहने वाले हैं।
वाहन पोर्टल से होगी बिक्री, प्रतिस्पर्धा होगी कम
खाली पड़े वीआइपी नंबरों को वाहन पोर्टल पर डाले जाने की तैयारी परिवहन विभाग कर रहा है। लाखों की संख्या में वाहन पोर्टल पर वीआइपी नंबर डाले जाएंगे। संख्या अधिक होने से नई सीरिज के नंबरों के लिए मचने वाली होड़ कम होगी। नंबरों का बेस प्राइज पहले जैसा ही रहेगा।
इंदौर में खाली है 50 हजार से ज्यादा नंबर
सबसे ज्यादा वाहन की इंदौर में बिक्री होती हैं। अन्य शहरों के मुकाबले यहां ज्यादा प्रतिस्पर्धा है। कई बार निलामी में गड़बड़ी के भी आरोप लग चुके हैं। हालात ये भी है कि लोग इंदौर से वाहन खरीदकर अन्य शहरों में रजिस्टर्ड कराकर वहीं से नंबर लेते हैं। इंदौर आरटीओ कार्यालय में खाली वीआइपी नंबरों की संख्या करीब 50 हजार से ज्यादा है।
लंबे समय से खाली पड़े वीआइपी नंबरों को बेचने के लिए परिवहन विभाग तैयारी कर रहा है। प्रदेश में साढ़े चार लाख वीआइपी नंबर खाली है। जल्द ही इन्हें वाहन पोर्टल पर अपलोड कर बिक्री की जाएगी।
– सपना जैन, डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर
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