जीवाजी यूनिवर्सिटी, ग्वालियर की गणित विभागाध्यक्ष प्रो. जैन दोपहर ढाई बजे फ्लाइट से आईं। एयरपोर्ट पर प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा, डिप्टी रजिस्ट्रार अजय वर्मा, प्रज्ज्वल खरे व रचना ठाकुर ने उन्हें रिसीव किया। एयरपोर्ट से कुलपति यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस में पहुंचीं। करीब एक घंटे तक परिचितों व फैकल्टी से मुलाकात के लिए वे नालंदा परिसर आईं। उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में स्टाफ, फैकल्टी व छात्र नेता पहुंचे। कुलपति ने पहले मां अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उन्हें कुलपति कैबिन में ले जाया गया, जहां प्रभारी रजिस्ट्रार ने चार्ज सौंपा। प्रो. रेणु जैन ने पद संभालने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा, मुझसे कल से एक ही सवाल पूछा जा रहा है कि महिला कुलपति के नाते मैं ये जिम्मेदारी कैसे निभाऊंगी। मैं सिर्फ इतना जानती हूं कि महिला या पुरुष होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। जिसे जो जिम्मेदारी मिली है, अच्छे से निभाना चाहिए। मैं सरकार और राजभवन की आभारी हूं, जिन्होंने मुझे इस काबिल समझा।
कार्यपरिषद के लिए जोड़-तोड़ शुरू कुलपति को लेकर खींचतान थमने के बाद अब कार्यपरिषद सदस्य के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। भाजपा से जुड़े दावेदार ज्यादा सक्रिय हैं। मालूम हो, धारा 52 लगने से यूनिवर्सिटी कार्यपरिषद भी भंग हो गई थी। नई कार्यपरिषद में सदस्यों की नियुक्ति राजभवन नए सिरे से करेगा। 29 जून से पहले कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल सदस्य बना सकती हैं। इसके बाद नए कुलाधिपति लालजी टंडन सदस्य बनाएंगे।
बिना टेंडर मैस के ठेके, रजिस्ट्रार को शिकायत कुलपति का चार्ज लेने से पहले होस्टल के मैस के ठेके मनमानी से देने का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। इसमें कुछ छात्र नेताओं के नाम आ रहे हैं। शुक्रवार को एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष जावेद खान ने प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा को ज्ञापन देकर जांच व कार्रवाई की मांग की। जावेद ने आरोप लगाया, टेंडर जारी किए बगैर एक ही व्यक्ति को सभी होस्टल की मैस दी गई।
सब मिलकर दिलाएंगे ए प्लस ग्रेड कुलपति ने कहा, सीईटी मेरी प्राथमिकता है। 14 अगस्त के बाद एडमिशन नहीं दिए जा सकते, इसलिए शनिवार को ही बैठक बुलाई है। सभी का फीडबैक लेने के बाद छात्रहित में फैसला लेंगे। नैक के दौरे को अगली चुनौती बताते हुए उन्होंने कहा, जल्द ही एक-एक विभाग की समीक्षा की जाएगी। कमियों को सब मिलकर दूर करेंगे। पूरी कोशिश रहेगी कि ए ग्रेड यूनिवर्सिटी को इस बार कम से कम ए प्लस ग्रेड दिलाई जाए। इससे पहले प्रो. चंदन गुप्ता, प्रो. बीके त्रिपाठी, प्रो. संजय तनवानी, प्रो. संगीता जैन, प्रो. अर्चना रांका सहित अन्य फैकल्टी, कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। इसके बाद कुलपति अजय चौरडिय़ा से मिलने पहुंचीं और उनका अनशन खत्म कराया।