
इंदौर. शहर में अब नकली चालान के नाम पर जमकर वसूली हो रही है। चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस का वसूली अभियान जारी है। इसके लिए पुलिसकर्मी आदर्श आचार संहिता का डर दिखा रहे हैं। राजबाड़ा पर तैनात आरक्षक दीपक भूरिया ने चेङ्क्षकग के नाम पर दो बाइक सवारों को रोका और कहा कि आचार संहिता चल रही है, गाड़ी जब्त कर लूंगा तो छूटेगी नहीं। चालकों को छोडऩे के नाम पर पैसे वसूल लिए। वे हाथ में नकली रसीद कट्टा थामे थे। यह खुलासा हुआ पत्रिका टीम के ङ्क्षस्टग ऑपरेशन में।
वसूली में दीपक के साथी भी शामिल थे। दीपक के हाथ में एक रसीद कट्टा भी था। नियम अनुसार ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान बनाने के दौरान बड़े अधिकारी का होना जरूरी है, वे ही रसीद काटते हैं। दीपक ने ट्रैफिक पुलिस के रसीद कट्टे की तरह एक नकली रसीद कट्टा लिया और खड़ा हो गया। दीपक के हाथ में एक डायरी थी, जो हुबहू रसीद कट्टे की तरह दिखाई दे रही थी। वाहन चालक रसीद कट्टा देखकर डर के मारे रुपए दे रहे थे।
चालक के पास सिर्फ 100 रुपए... आरक्षक बोला-यही दे दो...
केस 1
आरक्षक एक दोपहिया वाहन चालक के पास जाता है। कुछ देर खड़े होकर बातचीत करता है और फिर वाहन चालक कुछ पैसे देता है। वह पैसे लेकर रख लेता है और इसके बदले कोई रसीद वाहन चालक को नहीं सौंपता है।
केस 2-
आरक्षक दीपक दूसरे वाहन चालक के पास जाता है और कहता है ‘चलो बताओ रे तुम्हारा क्या करना’। वाहन चालक कहता है कि मेरे पास बस 100 रुपए हैं। आरक्षक ने कहा- चलो लाओ दो, अब आइंदा बिना लाइसेंस मत घूमना... समझ में आ गई कि नहीं। नहीं तो फिर जब्त करा दूंगा, जब्ती बन गई तो गाड़ी नहीं छूट पाएगी। आचार संहिता समझता है कि नहीं समझता।
होम गार्ड जवान की रोका-टोकी जारी
होम गार्ड का आरक्षक पालिका प्लाजा के पास वाहन चालकों को रोक रहा था। तब कोई बड़ा अधिकारी मौजूद नहीं था। जिन्हें रोका गया, वे होम गार्ड के जवान से किसी की बात कराना चाह रहे थे, लेकिन उसने बात नहीं की। आशंका है कि वह भी वसूली में लगा था। ऐसे हालात शहर के कई क्षेत्रों में हैं।
Published on:
10 Apr 2024 07:02 pm
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