एक साल पहले लिया ऑटो रिक्शा अजय ने बताया कि दिव्यांग कमल कंचोले ऑटो चलाते हैं और क्रिकेट भी खेलते हैं। मुझे लगा कि मैं भी दोनों काम करूं। फिर मैंने पुराना ऑटो रिक्शा खरीदा और अब क्रिकेट खेलने के साथ ऑटो चलाकर आर्थिक रूप से भी स्कोर कर रहा हूं। मैं किराए के घर में रहता हूं। मम्मी मालती यादव एक कंपनी में प्लास्टिक छांटने का काम करती हैं। पिता रमेश यादव हम्माली करते हैं। मेरी पत्नी और उनका परिवार भी मुझे हिम्मत देता है।
सोमजीत सिंह गौर की कप्तानी में जीती ट्रॉफी इंटर नेशनल मैच खेलने से पहले अजय लखनऊ के कैंप में गए थे, जहां सोमजीत सिंह गौर ने अजय और कई खिलाडि़यों को ट्रेनिंग दी। इसके बाद टीम इंडिया की ओर से खेलने के लिए अजय और गोलू चौधरी (स्टैंड बॉय प्लेयर) का चयन किया गया। अजय ऑलराउंडर हैं।