scriptपीएम मोदी के इस कदम से दीपावली पर चीन को हुआ 40 हजार करोड़ रुपए का नुकसान | Due to Swadeshi Movement, China lost 40000 crores rupees on Deepawali | Patrika News
कारोबार

पीएम मोदी के इस कदम से दीपावली पर चीन को हुआ 40 हजार करोड़ रुपए का नुकसान

डॉमेस्टिक प्रोडक्ट पर जोर देने वाले वाले अभियान के कारण चीनी सामान की खरीदारी ना के बराबर
दीपावली के मौके पर चीन के सामान की होती थी 42 हजार करोड़ रुपए की खरीदारी, इस बार लगा झटका

नई दिल्लीOct 16, 2020 / 02:41 pm

Saurabh Sharma

Due to Swadeshi Movement, China lost 40000 crores rupees on Deepawali

Due to Swadeshi Movement, China lost 40000 crores rupees on Deepawali

नई दिल्ली। भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे घरेलू उत्पादों के प्रयोग पर जोर देने और एंटी चाइनीज प्रोडक्ट कैंपेन की वजह से चीन को दीपावली से पहले बड़ा नुकसान हो गया है। इस नुकसान करीब 42 हजार करोड़ रुपए का है। वासतव में दीपावली से करीब एक महीना पहले ही तैयारियों को लेकर खरीदारी शुरू हो जाती है। जिसमें चीनी प्रोडक्ट की ज्यादा डिमांड रहती है, लेकिन गलवान घाटी के इश्यू के बाद सरकार और व्यापारिक संगठनों की ओर से चलाए जा रहे हैं कैंपेन के कारण देश के लोगों में चीनी सामान को लेकर नफरत हो रही है।जिसकी वजह से चीनी सामानों की जगह अब भारत में बने सामानों की खरीदारी बढ़ गई है।

यह भी पढ़ेंः- फेस्टिव सीजन शुरू होने से पहले बढ़ी व्हीकल की डिमांड, सितंबर में इतनी हो गई गाडिय़ों की बिक्री

चीनी से आता है दीपावली का ज्यादातर सामान
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार दीपावली के मौके पर सभी अपने घर से लेकर ऑफिस तक को सजाने के लिए चीनी सामान का इस्तेमाल करते हैं। यहां तक पूजा में प्रयोग होने वाले सामान भी अब चीन से आता है। वहीं देेश में आने वाले पटाखे भी चीन से आने लगे हैं। जिसकी वजह से दीपावली के मौके पर देश में चीनी सामान का एक बड़ा मार्केट पैदा हो गया है। वहीं इस बार डोकलाम, लद्दाख, गलवान घाटी जैसे इलाकों में चल रहे चीन से विवाद के कारण भारत में चीनी सामान का बहिष्कार किया जा रहा है।

यह भी पढ़ेंः- Gold Rate : नवरात्र शुरू होने से एक दिन पहले सोना हुआ सस्ता, जानिए कितने कम हुए दाम

चीन से आता है इस तरह का सामान
दीपावली के मौके पर भारत में कई तरह का सामान आता है। जिनकी डिमांड भी काफी रहती है। जिसमें फैब्रिक, टेक्सटाइल, हार्डवेयर, फुटवियर, गारमेंट्स, किचन प्रोडक्ट, गिफ्ट आइटम, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, घडिय़ां, ज्वेलरी, घरेलू वस्तुएं, फर्नीचर, जलती-बुझती रहने वाली छोटी-छोटी लाइटें, साज-सज्जा के सामान और फैंसी लाइट, लैंपशेड और रंगोली आदि शामिल है। यहां तक देश में पटाखे भी चीन से ही मंगाए जाने लगे हैं।

यह भी पढ़ेंः- भारत का चीन को एक और झटका, एयर कंडीशनर के इंपोर्ट पर पाबंदी

स्वदेशी सामान की डिमांड बढ़ी
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार स्वदेशी सामान के प्रयोग को लेकर आम जनता बीच प्रचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्वदेशी सामान का प्रयोग करने से विदेशों में भी हमारे सामान की डिमांड बढ़ेगी। जिसका असर अब देखने को मिलने लगा है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया के अनुसार देश के पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा स्वदेशी सामान के प्रचार करने से अब विदेशों में भी डिमांड बढऩे लगी है। इस साल दिवाली से जुड़े देसी समानों जैसे दीये, बिजली की लडिय़ां, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, सजावटी मोमबत्तियां, सजावट के समान, वंदनवार, रंगोली व शुभ लाभ के चिह्न, उपहार देने की वस्तुएं, पूजन सामग्री, मिट्टी की मूर्तियां समेत कई सामान का उत्पादन भारतीय कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है।

Home / Business / पीएम मोदी के इस कदम से दीपावली पर चीन को हुआ 40 हजार करोड़ रुपए का नुकसान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो