इन लोगों को मिलेगी अच्छी सैलरी
आपको बता दें कि ये कंपनियां हाई परफॉर्मर्स, टेक्नोलॉजी और प्रॉडक्ट्स से जुड़े काम को करने वाले लोगों की सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी ही देंगी क्योंकि कोई भी कंपनी अपने कर्मचारियों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं देती है। इसके साथ ही ये सभी कंपनियां डिजिटल एनालिटिक्स, बिग डेटा और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्र के विशेषज्ञों को आगे अपने साथ रखना चाहती हैं और इन सभी कर्मचारियों को आगे बढ़ाना चाहती हैं।
कंपनी ने अन्य कर्मचारियों को मिलती है बोनस जैसी सुविधा
इसके साथ ही कैशकरो जैसी कुछ कंपनियों ने जानकारी देते हुए बताया कि हम लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी देने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन लोगों को आगे बढ़ाने के लिए भी हम सभी प्रयास करते हैं। वहीं, कंपनी के अन्य कर्मचारियों को भी हम एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शंस, बोनस जैसे जरियों से फायदा देते हैं।
आनंद घोष ने दी जानकारी
एऑन कंपनी के पार्टनर और हेड (इमर्जिंग मार्केट्स), आनंदरूप घोष ने बताया, ‘इन बिजनेस में शुरुआत में काफी ग्रोथ थी और सैलरी में बढ़ोतरी जैसे खर्चों के लिए इनवेस्टर्स के फंड का इस्तेमाल किया जा रहा था। अब रिटर्न और प्रॉफिटेबिलिटी पर फोकस किया जा रहा है।’
9.5 फीसदी हो सकती है बढ़ोतरी
आपको बता दें कि इन कंपनियों ने पिछले वर्ष सैलरी में औसत बढ़ोतरी 9.8 फीसद की थी, जो इस बार घटने की उम्मीद है। कंपनियों ने बताया कि यह बढ़ोतरी इस बार घटकर 9.5 फीसदी हो सकती है। वहीं, विलिस टावर्स वॉटसन का कहना है कि वर्ष-दर-वर्ष आधार पर बढ़ोतरी कम हो रही है। हालांकि, अगर हम कंपनियों के रिवॉर्ड देने की बात करें तो ई-कॉमर्स और स्टार्टअप कंपनियां अपने टॉप परफॉर्मर्स को हमेशा अच्छे रिवॉर्ड्स देती हैं।
अरविंद उसरेते ने दी जानकारी
वहीं, घोष ने बताया, ‘एक एवरेज परफॉर्मर और एक टॉप परफॉर्मर के बीच अंतर 2 गुणा तक हो सकता है जो अन्य सेक्टर्स की तुलना में अधिक है।’ विलिस टावर्स वॉटसन इंडिया के डायरेक्टर (रिवॉर्ड्स), अरविंद उसरेते ने बताया कि ये कंपनियां सैलरी में बढ़ोतरी के अपने बजट का 35-40 फीसदी टॉप परफॉर्मर्स के लिए रख रही हैं। ई-कॉमर्स कंपनियों में टॉप परफॉर्मर्स को 20 फीसदी तक सैलरी हाइक हो सकती है।