12 महीनों में 500,000 लोगों को देगी प्लेटफॉर्म
शॉपमैटिक के सह-संस्थापक और सीईओए अनुराग अवुला ने कहा, “शॉपमैटिक ने हमेशा ही अपने ग्राहकों के लिए एक सफल ई-कॉमर्स व्यवसाय को सक्षम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह लॉन्च अपने ग्राहकों के प्रति शॉपमैटिक की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करता है।” उन्होंने कहा, “हम नई क्षमताओं में निवेश करना जारी रखेंगे और अपने ई-कॉमर्स यात्रा में अपने ग्राहकों का समर्थन करेंगे। हमने मूल्य और डिवाइस एक्सेसिबिलिटी की बाधाओं को दूर करके ऑनलाइन बिक्री के इच्छुक लोगों के लिए बाधाओं को समाप्त कर दिया है। देश में स्मार्टफोन की पहुंच का लाभ उठाकर और हमारे मूल्य निर्धारण में सुविधाएं देकर, हम अगले 12 महीनों में 500,000 ग्राहकों को ईकॉमर्स इकोसिस्टम में लाने का इरादा रखते हैं।”
इन लोगों ने नहीं अपनाया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
उन्होंने कहा कि भारत में ई-कॉमर्स के तेजी से बढ़ते क्षेत्र होने के बावजूद सभी एसएमबीए शौकीनों, शिल्पकारों, कारीगरों और व्यवसायों ने काफी ज्यादा निवेश होने की वजह से ई-कॉमर्स मार्ग को नहीं अपनाया है और इसकी वजह यह धारणा भी है कि ई-कॉमर्स व्यवसाय स्थापित करना मुश्किल है। इसके अलावा, व्यवसाय इस बात पर भी अनिश्चित है कि क्या वे वेबसाइट डेवलपर्स या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म प्रदाताओं को महत्वपूर्ण शुल्क देने के बाद भी सफल होंगे?
मात्र 3 फीसदी ट्रांजेक्शन शुल्क
अवुला ने कहा कि शॉपमैटिक इस लॉन्च के साथ इन परेशानियों को दूर करता है। शॉपमैटिक के साथ ऑनलाइन जाना अब मुश्किल नहीं है, क्योंकि व्यवसायी शॉपमैटिक ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं या शॉपमैटिक खाते के लिए कंप्यूटर, टैबलेट या अपनी सुविधा अनुसार किसी भी डिवाइस से साइन अप कर सकते हैं और मिनटों में एक ईकॉमर्स स्टोर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, शॉपमैटिक की मूल्य निर्धारण योजनाएं अब ग्राहकों की सफलता से जुड़ी हैं। व्यापारियों को एक सफल बिक्री पर केवल 3 फीसद लेनदेन शुल्क और 12 महीने के अंत में होस्ट की फीस 50 रुपये देना है।
50000 लोगों की मदद की
अवुला ने कहा कि शॉपमैटिक ने उपयोग में आसानए पावर-पैक टूल और कार्यक्षमता प्रदान करके एक संपन्न ऑनलाइन व्यवसाय स्थापित करने में 50,000 से अधिक विक्रेताओं की मदद की है। इस नवीनतम गेम-चेंजिंग पहल के साथ, शॉपमैटिक का उद्देश्य प्रत्येक भारतीय व्यवसायी को अपनी ई-कॉमर्स क्षमता को अनलॉक करने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि हर सफल लेन-देन पर केवल केवल 3 फीसद लेनदेन शुल्क और 50 रुपये के वार्षिक होस्टिंग शुल्क के साथ ऑनलाइन उद्यमियों के पास ऑनलाइन बेचने के लिए पूरा इकोसिस्टम होगा।