आगामी समय में जिले में धान, उड़द, मूंग, अरहर की फसलों की बोवनी होनी है। इन फसलों के लिए पर्याप्त मात्रा में बीज एवं फर्टिलाइजर रखने के निर्देश शासन पहले ही दे चुका है। लेकिन जरुरत ज्यादा होने की स्थिति में व्यापारी मांग का गलत उपयोग करते लगते हैं। ज्यादा कमीशन के लालच में वह नकली बीज से लेकर रासायन भी निम्न गुणवत्ता का रखने लगते हैं। पिछले साल भी कृषि से जुड़ी कंपनियों के अधिकारियों ने बल्देवबाग एवं अन्य जगहों पर छापा मारा था।
कई सेम्पल की नहीं आई रिपोर्ट
बीते एक सप्ताह में अलग-अलग विकासखंडों में संचालित बीज, खाद और फर्टिलाइजर की दुकानों में छापा मारे गए। कृषि विभाग के अनुसान इसमें फर्टिलाइजर के 45, बीज के 52 और रासायनिक दवाओं के लगभग 16 सेम्पल लिए गए। इसमें फर्टिलाइजर का एक सेम्पल फेल हुआ है। इसी तरह अभी कुछ नमूनों की रिपोर्ट विभाग के पास नहीं आई है। इससे सेम्पल फेल होने की घटनाओं में इजाफा हो सकता है।
कितनी जरुरत जिले की
कृषि विभाग के मुताबिक जिले में करीब 72 हजार मीट्रिक टन फर्टिलाइजर की जरुरत होती है। अभी करीब 36 हजार मीट्रिक टन फर्टिलाइजर है। इसी प्रकार लगभग 48 हजार क्विंटल बीज की आवश्यकता होती है। इससे ज्यादा बीज उपलब्ध होने की बात कही जा रही है।
बीज, फर्टिलाइजर और रासायनिक दवाओं के सेम्पल लिए जा रहे हैं। काफी संख्या में सेम्पल लिए गए हैं। इनमें एक सेम्पल फर्टिलाइजर का फेल हुआ है। संबंधित दुकान का लाइसेंस कैंसिल कर दिया है। यह जांच नियमित रूप से चलेगी।
एस के निगम, उप संचालक कृषि विभाग