छत के फर्श पर सफेदी की जा रही है। इससे हर कमरे में ठंडक मिलती है।
इंडोर और आउटडोर प्लांट्स की संख्या में इजाफा।
आर्टिफिशियल ग्रीन ग्रास मैट का उपयोग।
वॉल पेपर्स कलर को चैंज करना।
पर्दों के कलर को लाइट रखना।
टेरिस में भी पौधों की संख्या बढ़ाना।
शहर के टेम्प्रेचर में कमी करने के लिए सबसे ज्यादा घरों में प्लांट्स लगाए जा रहे हैं। ऐसे में इंडोर प्लांट्स की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ा दी गई है। ऐसे में रूम में ठंडक बनी रहती है। इसके साथ ही डोर स्टेप्स पर भी हरियाली सजा रहे हैं। इसमें तरह-तरह के पौधे और फ्लावर्स लगाए जा रहे हैं, जो कि घर को खूबसूरत दिखाने के साथ टेम्प्रेचर भी कम करता है।
छोटे-छोटे पौधे घर को अधिक ठंडा रखते हैं। इसलिए लोग पूरे रूम में छोटे-छोटे शो प्लांट्स सजा रहे हैं। प्लांट्स विक्रेता रामकिशोर सिंह बताते हैं कि गर्मी में सीजनल शो प्लांट्स लगाना सबसे अच्छा होता है। इनके फ्लावर्स और पत्तों पर धूप का असर नहीं होता। साथ ही इन्हें ज्यादा केयर की आवश्यकता भी नहीं होती है। शो प्लांट्स में एलोवेरा, चाइनीज एवरग्रीन, कैक्टस, एरिका पाम, क्रिसमस ट्री, फिक्स ब्लैक आदि को खरीदने की संख्या बढ़ चुकी है।
गर्मी के बचने के लिए सिटी लेडीज ग्रीन नेट शेड्स का उपयोग कर रही हैं। उनका कहना है कि ग्रीन नेट का उपयोग करने से सूर्य की किरणों का असर कुछ कम हो जाता है। इसके चलते वे घर के कई हिस्सों में ग्रीन नेट का इस्तेमाल कर रही हैं, ताकि रूम का टेम्प्रेचर कम हो सके। प्रज्ञा राय बताती हैं कि घर के अधिकतर हिस्सों में गर्मी के समय इसे लगवा देते हैं।