शिकायत बेनाम, विवि प्रशासन परेशान
विश्वविद्यालय के पास पहुंची शिकायत में शिकायतकर्ता का नाम नहीं होने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन परेशान है कि जांच कैसे की जाए। अधिष्ठाता छात्र कल्याण और कमेटी के सदस्य भी समझ नहीं पा रहे हैं कि किससे पूछताछ की जाए। किसी जूनियर का नाम नहीं आया है। बताया जाता है देवेन्द्र छात्रावास के छात्रों के नाम 21 मार्च को यूजीसी में शिकायत हुई। जहां से तत्काल एक्शन शुरू हुआ। 25 मार्च को यूनिवर्सिटी से सवाल-जवाब हुआ।
सीनियर छात्र पहुंचे पक्ष लेकर
मामले की खबर लगने के बाद छात्रावास के सीनियर छात्र भी कमेटी के समक्ष पहुंच गए। उन्होनें शिकायत को झूठा बताया। कुछ जूनियर छात्रों द्वारा लिखे गए पत्र को पेश करते हुए उनके नाम से फर्जी शिकायत करने की बात कही। इस पर कमेटी ने तीखी आपत्ति जताई कि अभी उन्होंने इस मामले में जांच शुरू की है। छात्रों को अभी बुलाया गया नहीं है और वे अपना पक्ष रखने के लिए आ गए। समिति को जांच करने दो, जरूरत पडऩे पर बुलाया जाएगा। जूनियर, सीनियर से करेंगे चर्चा
बैठक में तय किया गया कि सभी जूनियर छात्रों और सीनियर छात्रों को बुलाकर इस मामले में बातचीत की जाएगी। शिकायत और मामले की सच्चाई का पता लगाया जाएगा। चर्चा है कि आधा दर्जन सीनियर छात्रों के नाम पर शिकायत की गई है। बैठक में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.विवेक मिश्र, डॉ.ममता राव, डॉ.प्रकाश दुबे, प्रो.जेएम कैलर, प्रो.अलका नायक, प्रो.आरके यादव आदि मौजूद थे।
-रैगिंग को लेकर शिकायत पहुंची थी। कमेटी ने मामले की जांच की है। शिकायतकर्ता का नाम नहीं है। कुलपति के आने पर इसे आवश्यक कार्रवाई के लिए रखा जाएगा।
-प्रो.विवेक मिश्रा, डीएस डब्ल्यू, रादुविवि