युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की बाबत कलेक्टर ने ऐसे सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को इस संबंध में नए-नए अवसर तलाशने को कहा है। अधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार की संभावना बढ़ाने के लिए आक्रामक रणनीति अपनानी होगी।
उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को आयोजित होने जा रहे जिला स्तरीय जॉब फेयर का बेरोजगार युवाओं को लाभ मिले इसके लिए जनपद स्तर पर शिविर लगाकर उनकी काउंसलिंग की जाए। कलेक्टर ने जिले में बीते कुछ वर्षों में लगाए गए जॉब फेयर व उसके माध्यम से बेरोजगारों को मिले रोजगार की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जॉब फेयर में पहुंचने वाली कंपनियों की आवश्यकता के अनुरूप योग्य व कुशल युवाओं की पहचान पहले से कर ली जाए।
कलेक्टर ने कहा कि तैयारी ऐसी हो कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने को हर माह जॉब फेयर आयोजित किए जा सकें। प्लेसमेंट की इच्छुक कंपनियों से संपर्क कर उनकी जरूरतों का आंकलन करें। उन्होंने प्री केम्पस ड्राइव के आयोजन का सुझाव उद्योग, ग्रामीण विकास, रोजगार एवं कौशल विकास, जिला शहरी विकास अभिकरण, मत्स्य पालन, पशुपालन, ग्रामीण आजीविका मिशन, उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को दिया।
कलेक्टर शर्मा ने सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने के लिए जिला स्तर पर तैयार रोड मैप के अनुसार रणनीति बनाकर काम किया जाए। रोजगार से जुड़े विभागों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देने वाले क्षेत्रों की पहचान करते हुए आवश्यकता के अनुरूप युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए। हमारा लक्ष्य हर माह कम से कम 5 हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराना होना चाहिए। इसकी खातिरसभी विभागों को मिलकर बेहतर रणनीति बनानी होगी।