सरकार का कहना-
सरकार ने हाईकोर्ट में प्रस्तुत जवाब में बताया है कि 2 अप्रेल से 27 अप्रेल के बीच प्रदेश के विभिन्न शहरों व अस्पतालों में 17 विभिन्न हादसों में हुई 87 कोरोना मरीजों की मौत के बारे में कहा जा रहा है कि ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होना इनकी वजह थी। इनके बारे में सम्बंधित जिला चिकित्सा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई थी। 7 जिला चिकित्सा अधिकारियों ने ही 10 हादसों की रिपोर्ट भेजी है।
7 सीएमएचओ के जवाब –
भोपाल- 2 व 13 अप्रैल को भोपाल के जेपी अस्पताल व पीजीबीएम में हुई 5 मौतों व पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 20 अप्रेल को हुई 10 मौतों की वजह ऑक्सीजन की कमी नही थी। किसी भी मरीज की मौत ऑक्सीजन की कमी से नही हुई।
खरगोन-
खरगोन जिला अस्पताल में 7 अप्रेल को हुई मरीज की मौत की वजह मल्टीऑर्गन फेल्योर व निमोनिया थी। ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत नही हुई।
छतरपुर-
छतरपुर जिला अस्पताल में 25 अप्रैल को 6 मरीज़ों की कोविड से मौत हुई। सभी मौतें सुबह 4.30 से दोपहर 3.30 के बीच अलग अलग समय पर हुईं। ऑक्सीजन की कमी मौतों की वजह नही थी।
कटनी-
जिला चिकित्सालय कटनी में 25 अप्रैल को दो मरीजों की मृत्यु हुई। इन मरीजों की मृत्यु ऑक्सीजन की कमी से नही, बल्कि एक्यूट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम, बायलेटेरल निमोनाइटिस व अन्य कोमोर्बिटी की वजह से हुई।
उज्जैन-
माधवनगर अस्पताल में 8 अप्रैल 2021 को 126 मरीज भर्ती थे। इनमे से 116 ऑक्सीजन पर थे। गम्भीर बीमार 5 मरीजों की मौत अलग अलग समय पर हुई। इनसे स्पष्ट है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नही थी।
ग्वालियर-
25 व 28 अप्रैल 2021 को कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई। उक्त समस्त मरीजों की मौत ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होने से नही, बल्कि कोविड 19 संक्रमण व अन्य कोमोर्बिडिटीज के कारण हुई।
शहडोल-
शहडोल मेडिकल कॉलेज में 17 अप्रेल को हुई 16 मरीजों की मौत की वजह कोविड संक्रमण और अन्य गम्भीर बीमारियां थी। ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नही हुई।
इन घटनाओं पर नही मिली रिपोर्ट-
1. 8-9 अप्रेल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में 14 मौत
2. 16 अप्रेल, लाइफ मेडिसिटी अस्पताल जबलपुर, 1 मौत
3. 16 अप्रेल, सुखसागर मेडिकल कॉलेज जबलपुर, 4 मौत
4. 24 अप्रैल, गैलेक्सी हॉस्पिटल जबलपुर, 5 मौत
5 . 28 अप्रेल, जरारोग्य अस्पताल, ग्वालियर, 4 मौत
6. 27 अप्रेल, जिला अस्पताल मुरैना, 2 मौत