जनवरी से अब तक 5 रुपए महंगा: साल की शुरुआत से ही पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जनवरी से अभी तक पेट्रोल और डीजल की कीमतें पांच रुपए से ज्यादा बढ़ चुकी हैं। पेट्रोल-डीजल डीलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिलेश मेहता एवं सचिव असगर अली का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से बिक्री की दर वैसे ही कम है। व्यापार थम गया है। कई पम्प संचालक ऐसे हैं जिन्हें पम्प का मेंटीनेंस और कर्मचारियों का वेतन देना भी कठिन हो रहा है। ऐसे में कीमतें यदि कम होती हैं तो ठीक होता।
परिवहन की दरों पर हो रहा असर: ईंधन, खासकर डीजल की कीमत बढऩे से वस्तुओं का परिवहन महंगा हो जाता है। सब्जी विक्रेता महेंद्र कुशवाहा ने बताया कि सब्जी मंडी से कांचघर तक ऑटो लाना पहले से महंगा हो गया है। डीजल की कीमतों की बात कहकर ऑटो चालक अब 50 से 60 रुपए अधिक लेता है। ऐसी ही स्थिति अनाज और किराना से जुड़ी वस्तुओं के परिवहन को लेकर है।