जानकारी के अनुसार आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि पिता की हत्या की कोशिश उसने 15 दिन पहले भी की थी। पिता पर कुल्हाड़ी से हमला करना चाहा था लेकिन तब वो कामयाब नहीं हो पाया था।
बताया जा रहा है कि मृत पुजारी और सेवादार गोपाल प्रसाद मार्को का 40 साल का बेटा कमलेश मार्को शराब पीने का आदी था। उसने घटना को अंजाम देने के 3 दिन पूर्व गोपाल प्रसाद मार्गो से भोपाल जाने के लिए 50 हजार रुपये मांगे थे। लेकिन पिता ने इतनी बड़ी रकम देने से इंकार कर दिया था। वह इसी बात को लेकर वो नाराज हो गया, 7- 8 जून की रात कमलेश अपने घर से हथियार लेकर शिव धाम मंदिर पहुंचा। वहां पिता गोपाल प्रसाद मार्को गहरी नींद में सो रहा था। इसी दौरान उसने अपने पास रखा धारदार हथियार निकाल कर पिता के चेहरे पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
बताया जा रहा है कि जबलपुर के बरेला थाना अंतर्गत क्षेत्र के हिनौतिया गांव में एक 7-8 जून की रात शिव मंदिर के सेवादार, गोपाल प्रसाद मार्को की हत्या कर दी गई थी। हत्या का पता सुबह चला जब भक्त दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। गोपाल प्रसाद का खून से लथपथ शव मंदिर में पड़ा मिला। पुजारी का शव देख भक्तों ने फौरन पुलिस को सूचना दी।
जानकारी के मुताबिक घटना को अंजाम देने के बाद बाद कमलेश ने पिता के जनेऊ में बंधी हुई चाभी निकाल कर वहीं पर रखी पेटी से 15 हजार रुपये निकाला और मंदिर से घर आकर सो गया। घटना की जानकारी दूसरे दिन सुबह जैसे ही परिवार और गांव वालों को लगी तो कुछ ही देर में यह खबर आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई। घटनास्थल पर काफी भीड़ जमा हो गई। लेकिन घटना को अंजाम देने वाला मृत पुजारी पुत्र कमलेश डेढ़ घंटे तक घटनास्थल नहीं पहुंचा था। इसकी जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण शुरू ही किया था कि आरोपी कमलेश भी पुलिस के साथ खड़ा कार्रवाई में सहयोग करता रहा।
जानकारी के मुताबिक मंदिर का पुजारी और सेवादार 75 वर्षीय गोपाल प्रसाद मार्को फैक्ट्री से रिटायर हुआ था। रिटायरमेंट के बाद गांव के पास ही उसने शिव धाम मंदिर बनवाया था। वहीं रहकर वह पूजा पाठ करता था। परिवार के लोग उसे शिव धाम में ही भोजन ला कर देते थे।