script28सीबीएसई स्कूलों पर कसेगा मनमानी का शिकंजा | The dares arbitrary 28 cbse schools screws | Patrika News
जबलपुर

28सीबीएसई स्कूलों पर कसेगा मनमानी का शिकंजा

स्कूलों केखिलाफ जांच के लिए टीम तैयार, सोमवार से शुरू होगी प्रक्रिया, निजी स्कूलों की मनमानी का मामला

जबलपुरMar 31, 2019 / 09:33 pm

Mayank Kumar Sahu

The dares arbitrary 28 cbse schools screws

The dares arbitrary 28 cbse schools screws

जबलपुर।

शिक्षा के नाम पर लूट खसोट में लगे 28 सीबीएसई स्कूलों पर लगाम लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। इन स्कूलों के खिलाफ प्रभावी जांच करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इन बड़े 28 स्कूलों को क्षेत्र बार बांटकर प्राचार्यों की तैनाती कर दी गई है। विभाग द्वारा स्कूलों की जांच के लिए कुल 6 टीमें बनाई गई हैं जिसमें 12 प्राचार्य मिलकर जांच करेंगे। अभिभावकों और छात्रों के साथ मनमानी करने वाले इन अंग्रेजी स्कूलों के खिलाफ सोमवार से यह कार्रवाई शुरू होने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है। विदित हो कि स्कूलों की मनमानी को लेकर अभिभावकों एवं संगठनों द्वारा लगातार आवाज उठाई जा रही थी।

इन स्कूलों की होगी जांच

विस्डम वैली स्कूल कटंगा, महर्षि स्कूल नर्मदा रोड, एमजीएम स्कूल गुप्तेश्वर, माउंट लिट्रा स्कूल शारदा चौक, विस्डम पब्लिक स्कूल गेट नं.4, ब्रिटिश रक्षा फोर्ट फाउंडेशन स्कूल बस स्टेण्ड, स्माल वण्डर स्कूल ब्लदेवबाग, रियान स्कूल शांतिनगर, नचिकेता विजय नगर, रॉयल सीनियर सेकंडरी स्कूल संजीवनी नगर, नालंदा सीनियर स्कूल धनवतंतरी नगर, ज्ञान गंगा इंटरनेशनल स्कूल भेड़ाघाट, नचिकेता उमावि राइट टाऊन, लिटिल किंग्डम होमसाइंस कॉलेज नेपियर टाउन, सेंट अलॉयसिस पोलीपाथर, क्राईस्ट चर्च बालक एवं कन्या स्कूल, क्राईस्ट चर्च को एड सीनियर सेकंडरी, सेंटर अलायसिस सदर, सेंट थामस सदर, सेंट जोसफ, स्प्रिंग डे आधारताल, लेनार्ड स्कूल सिविल लाइन, अशोक हॉल विजय नगर, सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल रांझी, मिलेनियम एकेडमी त्रिमूर्तिनगर, सेंट्रल एकेण्डमी विजय नगर।

तीन दिन में देनी होगी रिपोर्ट

गठित की गई टीमों को अगले 3 दिन के अंदर स्कूलों की जांच पड़ताल कर डीईओ को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद कलेक्टर रिपोर्ट का अवलोकन करेंगी। स्कूलों के वार्षिक परिणाम घोषित होने के साथ ही निजी स्कूलों द्वारा एडमिशन के बहाने अभिभावकों को लूटने का सिलसिला शुरू हो गया है। अधिकतर निजी स्कूलों में किताबों से लेकर यूनिफार्म तक का बाजार सज गया है। हर साल वसूली जाने वाली वार्षिक फीस हो या फिर अन्य फंड, किताबों का बोझ विद्यार्थियों पर हर डाला जा रहा है।

इन बिंदुओं पर तहकीकात

स्कूल की मान्यता का प्रकार क्या है। एनसीईआरटी की किताबें क्रय करने की अनुंशसा छात्रों से की गई है या नहीं। वर्ष 2018-19 में लिए जाने वाले शुल्क कितना था। वर्ष 2019-20 में लिए जाने वाला शुल्क, किस कक्षा से स्कूल का संचालन होता है। पिछले वर्ष की तुलना में कितनी फीस की वृद्धि की गई है।

-मनमानी करने वाले स्कूलों को चिन्हित कर लिया गया है।28 स्कूलों की जांच कर रिपोर्ट को जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी। टीम गठित की जा चुकी है।

-सुनील नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो