शहर से संचालित हो रही एलायंस एयर की सेवा पर तीसरी लहर का असर पड़ा है। बीते २० दिन में हवाई सफर करने वाले यात्रियों की सख्यां में २५ से ३० फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। गिरावट आने की मुख्य वजह यात्रियों का कोविड जांच से बचना बताया जा रहा है।
जगदलपुर•Jan 23, 2022 / 10:26 pm•
Akash Mishra
जगदलपुर एयरपोर्ट में कोविड टेस्ट
जगदलपुर। जगदलपुर एयरपोर्ट से पहले जहां एयरपोर्ट में दोनों डोज लगवा चुके यात्रियों को सफर करने की इजाजत मिल रही थी तो वहीं अब उनका एयरपोर्ट में ही आरटीपीसीआर जांच किया जा रहा है। ज्यादातर यात्री आरटीपीसीआर जांच करवाने से बच रहे हैं। जगदलपुर के साथ ही रायपुर और हैदराबाद एयरपोर्ट में भी आरटीपीसीआर जांच को अनिवार्य कर दिया गया है। आरटीपीसीआर जांच करवाने के बाद ही यात्रियों को फ्लाइट में बैठने की अनुमति दी जा रही है। इसके साथ ही अगर किसी यात्री के पास पहले से ही ७२ घंटे पुरानी जांच रिपोर्ट है तो उसे इजाजत दी जा रही है। इन्हीं सब कार्रवाई से बचने के लिए लोग हवाई यात्रा करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। एलायंस सूत्रों का कहना है कि जगदलपुर-रायपुर के बीच यात्रियों की संख्या में ज्यादा गिरावट आई है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि यात्रियों को लगता है कि वे जबरन जांच की कार्रवाई में क्यों फंसे। जितना समय जांच व अन्य कार्रवाई में लगेगा उतने वक्त में वे सड़क मार्ग से जगदलपुर या रायपुर पहुंच जाएंगे और उन्हें जांच के दायरे में भी नहीं आना पड़ेगा। एलायंस एयर ने जब से बस्तर में अपनी सेवा देनी शुरू की है तब से अब तक ऐसे कम ही मौके आए हैं जब फ्लाइट को कैंसिल करना पड़ा हो। तकनीकी व मौसम की वजह से ही फ्लाइट कैंसिल हुई है। एलायंस की निर्बाध सेवा की वजह से ही इसकी विश्वसनीयता यहां बढ़ी है। पिछले साल भी दूसरी लहर के दौरान लोड बिल्किुल कम हो गया था बावजूद इसके सेवा संचालित होती रही। इस साल भी यात्री जरूर घटे हैं लेकिन सेवा जारी है।
Hindi News / Jagdalpur / जगदलपुर में कोविड जांच के दायरे में नहीं आना चाहते यात्री इसलिए 30 फीसदी तक घटा एयर लोड