अपने परिजनों से बात कर तस्दीक करें
पीडितों के मुताबिक यह कॉल व्हाटसएप कॉलिंग के रूप में आने वाला कॉल पर प्रोफाइल में किसी वर्दीधारी इंस्पेक्टर अथवा सब इंस्पेक्टर की फोटो दिखाई देती है। जबकि नबर की डिजिट देखने से लगता है यह विदेश से आया है लेकिन कॉलर के द्वारा मिले सूचना और प्रोफाइल पर लगे फोटो देखकर परेशान हो जाते हैं और वह घबराहट में पैसे देने के तरीके पूछने लगते हैँ।
बेटी को छ़ुड़ाने मांगे पचास हजार
धरमपुरा के कॉलोनी में एक फोन कॉल में कॉलर ने परिजनों से संपर्क कर कहा कि उनकी बेटी होटल रूम में लड़के के साथ पकड़ी गई है मामले को दबाने के लिये पचास हजार का इंतजाम करों नहीं तो बेटी के खिलाफ केस दर्ज किया जायेगा। फोन करने वाले ने बकायदा अपने आप को सब इंस्पेक्टर बताते हुए कहा कि पकड़े जाने के बाद अपकी बेटी की तबियत बिगड़ गयी है। जल्दी से उसे छुड़ाने रकम नहीं दिये तो बाद में जो होगा उसका जिमेदार आप होंगे। साइबर विशेषज्ञ और पुलिस की माने तो डिजिटल युग में इस तरह के फर्जी कॉल संभव है। आज के जमाने में हर किसी की जानकारी एक क्लिक में ही लिया जा सकता है। इंन्टरनेशल फ्राड कॉल उठाने मात्र से साइबर ठग बैंक एकाउन्ट साफ कर देते हैं। ऐसे में लोगों को इस तरह के इंटरनेशनल और जंक कॉल से बचना चाहिये। अगर कोई कॉल भरतीय नंबर का है तो उसका कोड 91 होता है। यदि किसी कॉल के पहले प्लस 92 या अन्य नंबर हो तो उसे रिसीव करने से बचना चाहिए। कोई भी विदेशी कॉल या जंक कॉल फ्राड हो सकते हैं। इसके साथ ही अपने मोबाइल की सेटिंग में जाकर एनएनडी ऑप्शन चालू कर इस तरह के कॉल से बच सकते हैं।